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Friday, 1 November, 2024
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देश की मदद के लिए 21000 में बेच दी गोल्फर अर्जुन भाटी ने अपनी वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रॉफी, जमा किए 4 लाख 30,000 रुपये

अर्जुन पिछले 8 वर्षों से गोल्फ खेल रहे हैं और अब तक 150 गोल्फ टूर्नामेंट में खेल चुके हैं. उनके पास 102 ट्रॉफियां थी सभी को बेचकर 4 लाख 30,000 रुपये साथ में अपनी सेविंग्स से भी एक लाख रुपये पीएम केयर्स में दे चुके हैं.

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नई दिल्ली: पिछले साल कैलिफॉर्निया में जूनियर गोल्फ चैंपियनशिप जीतने वाले गोल्फर अर्जुन भाटी ने आज प्रधानमंत्री केयर फंड में 4 लाख 30000 की राशि जमा कर दी है. उन्होंने यह सूचना अपने ट्विटर हैंडल पर एक फोटो लगा कर दी. अर्जुन ने पीएम केयर फंड में इस राशि को जमा करने के लिए पिछले आठ सालों में जीती अपनी सारी ट्रॉफी और मेडल को बेच दिया है.

अर्जुन ने ट्वीट किया, ‘जो देश-विदेश से जीतकर कमाई हुई 102 ट्रॉफी संकट के समय मैंने 102 लोगों को दे दीं. उनसे आए हुए कुल 4,30,000 रुपये पीएम-केयर्स फंड में देश की मदद को दिए. यह सुनकर दादी रोईं, फिर बोलीं कि तुम सच में अर्जुन हो. आज देश के लोग बचने चाहिए, ट्रॉफी तो फिर आ जाएगीं.’

मेरा कर्तव्य

अर्जुन दिप्रिंट से बातचीत में कहते हैं, ‘आज हमारा देश बहुत बड़ी परेशानी के दौर से गुजर रहा है और यह हर देशवासी का कर्तव्य है कि वह देश के लिए कुछ करे. मैंने अपना कर्तव्य़ समझा और अपनी ट्रॉफी और मेडल को बेच दिया. मुझे अपने देश के लिए कंट्रीब्यूट करना था.’

वैसे तो अर्जुन ने अपनी सारी ट्रॉफियां अपने दोस्तों और परिवार वालों को ही बेची हैं. यह पूछने पर कि क्या उन्हें दुख नहीं हुआ, वह बोले,  ‘मैंने ये ट्रॉफियां भी अपने देश के लिए ही जीती थीं, इस देश के लिए सबकुछ कुर्बान है.’

21,000 में बेच दी गोल्फर अर्जुन ने अपनी यह ट्रॉफी/ फोटो/अर्जुन भाटी

अर्जुन की सबसे महंगी ट्रॉफी 21000 की बिकी है, और यह वही ट्रॉफी है जो उन्होंने पिछले साल कैलिफोर्निया में जूनियर गोल्फ चैंपियनशिप में जीती थी.

भाटी अभी तक 150 गोल्फ टूर्नामेंट में खेल चुके हैं. इससे पहले उन्होंने साल 2016 में अंडर-12 और 2018 में अंडर-14 किड्स गोल्फ वर्ल्ड चैंपियनशिप भी जीती थी.

भारत में मंगलवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4421 हो गई है. हर दिन संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. वहीं देशभर के लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए लॉकडाउन चल रहा है. संकट के इस दौर में पूरा देश एकजुट नजर आ रहा है. अपनी अपनी तरफ से हर देशवासी इस संकट के समय देश के लिए अपना कुछ दे रहा है. ऐसे में ग्रेटर नोएडा में रहने वाले अर्जुन भाटी ने पिछले आठ वर्षों की अपनी जीतीं गईं सारी 102 ट्रॉफियां बेच दीं और इससे हुई कमाई को बिना समय गवाएं पीएम केयर्स फंड में ट्रांसफर कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा फिर मुस्कुराएगा इंडिया फिर जीत जाएगा इंडिया. मोदी यहां भारत में कोरोना संक्रमण से जीत की बात कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद से कई संस्थाएं, खेल जगत की दिग्गज हस्तियों समेत बड़ी संख्या में लोग देश सेवा के लिए दान दे रहे हैं जबकि होटल उद्योग से जुड़े लोगों ने तो अपने होटल तक मरीजों और डॉक्टरों के लिए खोल दिए हैं.

एक लाख की सेविंग्स की दान

अर्जुन ये चार लाख 30,000 तो वो दान किए हैं जो उन्होंने अपनी ट्रॉफी बेचकर कमाए थे. अर्जुन ने बताया, ‘ इससे पहले वह एक लाख रुपये पीएम केयर्स में और दान दे चुके हैं. वह पैसे उन्होंने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान की जाने वाली शॉपिंग के लिए बचाए थे.

लॉकडाउन को नहीं मान रहे लोग

अर्जुन कहते हैं, ‘यह बहुत ही बड़ा संकट का समय है जिस तरह से विदेशों से संक्रमण की खबरें आ रही हैं वह डरा रही हैं. लेकिन मैं देख रहा हूं लॉकडाउन के दौरान भी लोग न तो पुलिस की सुन रहे हैं और न सरकार की.’ वह बताते हैं कि सोमवार शाम को तो ग्रेटर नोएडा स्थित उनकी सोसायटी में बड़ी संख्या में पुलिस वाले लोगों को घरों में रहने की सलाह के लिए पहुंची थी.

फिटनेस का ध्यान रखते हुए इन दिनों का समय स्ट्रेचिंग में जा रहा है/फोटो: अर्जुन भाटी

बता दें कि इससे पहले अर्जुन की दादी ने भी अपनी एक साल की पेंशन दान कर दी थी. इसकी जानकारी भी गोल्फर ने सोशल मीडिया पर दी थी. उन्होंने लिखा था, ‘दादी भावुक होकर बोलीं कि अर्जुन देश ने बहुत दिनों तक मदद की है. दादा जी सेना में थे और 2005 के बाद से दादी को ही उनकी पेंशन मिल रही है.

पढ़ रहा हूं हिंदी

फिलहाल इस लॉकडाउन के दौरान अर्जुन अपने खान-पान और फिटनेस पर तो ध्यान दे ही रहे हैं साथ ही खुद से भी मुलाकात करने में जुटे हैं. वह कहते हैं, ‘ चार-पांच साल बाद इतना समय खुद के लिए मिला है. खुद को समझने और
परिवार वालों के साथ 24 घंटे साथ रहने का, जानने का समय मिला है. मैं इसे पूरी तरह से जीने की कोशिश कर रहा हूं.’

पिछले दिनों अर्जुन ने दसवीं की परीक्षा दी है और फिलहाल उनका सबसे फेवरेट पास टाइम योग, व्यायाम, यू-ट्यूब पर रामायण, महाभारत देखने के साथ-साथ पढ़ना है. अर्जुन कहते हैं ,’ ये पौराणिक धारावाहिक भी हमें बहुत कुछ सिखा रहे हैं. मैंने अभी महाभारत खत्म किया है, उसमें मुझे कृष्ण को जीवन को लेकर अर्जुन को दिए उपदेशों ने अंदर तक झकझोर दिया है…फिलहाल मैं रामायण देख रहा हूं..हां अच्छी हिंदी बोलने वाले अर्जुन हिंदी की किताबें भी पढ़ रहे हैं.

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