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Monday, 4 November, 2024
होमदेशअपराधजिगरी दोस्त की हत्या से लेकर कई मामलों का दोषी, जानिए कौन है सुनील उर्फ़ टिल्लू ताजपुरिया?

जिगरी दोस्त की हत्या से लेकर कई मामलों का दोषी, जानिए कौन है सुनील उर्फ़ टिल्लू ताजपुरिया?

टिल्लू ताजपुरिया का असली नाम सुनिल मान है और उसे 2021 के दिल्ली रोहिणी कोर्ट शूटआउट का मुख्य आरोपी है. उस पर हत्या, डकैती और जबरन वसूली के कम से कम 19 मामले दर्ज थे.

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नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले में तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने मंगलवार को कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी. मंगलवार की सुबह तिहाड़ जेल में बंद दो गैंग के छिड़े वार में टिल्लू को गहरी चोट आने के बाद उसकी मौत हो गई है.

जेल अधिकारियों के मुताबिक, टिल्लू ताजपुरिया को तुरंत दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

जेल अधिकारी ने कहा कि हाई-सिक्योरिटी वार्ड के ग्राउंड पर रहने वाले टिल्लू पर प्रतिद्वंद्वी गोगी गिरोह से जुड़े चार कैदियों (दीपक, योगेश, राजेश और रियाज खान) ने उसी वार्ड की पहली मंजिल पर सुबह करीब 06.15 बजे लोहा काटकर हमला किया.

अधिकारी ने आगे बताया कि “इस घटना को अंजाम देने से पहले गोगी गिरोह के सदस्यों को हाई-सिक्योरिटी वार्ड की पहली मंजिल पर रखा गया था, जहां से उन्होंने सुरक्षा ग्रिल को खोला और बेडशीट का इस्तेमाल करते हुए ग्राउंड फ्लोर पर कूद गए.”

रोहिणी कोर्ट शूटआउट और दोस्ती से दुश्मनी तक

टिल्लू ताजपुरिया का असली नाम सुनिल मान है और उसे 2021 के दिल्ली रोहिणी कोर्ट शूटआउट का मुख्य आरोपी माना जाता है. वह कई वर्षों से जेल में बंद था और उस पर हत्या, डकैती और जबरन वसूली के कम से कम 19 मामले दर्ज थे.

दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब 7 बजे पुलिस को डीडीयू अस्पताल से फोन पर ये जानकारी मिली कि दो तिहाड़ जेल के कैदियों को अस्पताल लाया गया है. उनमें से एक सुनील उर्फ ​​टिल्लू था जिसे बेहोशी की हालत में लाया गया था जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया और एक अन्य व्यक्ति रोहित का इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर है.

बता दें कि 2021 में दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में कुछ लोगो ने खुलकर अचानक गोलीबारी शुरू कर जितेंद्र उर्फ गोगी नामक गैंगस्टर की हत्या कर दी गई थी. इसी मामले में टिल्लू का नाम सामने आया था और वह हत्या के मामले में जेल में बंद था.

टिल्लू और जितेंद्र गोगी दिल्ली के श्रद्धानंद कॉलेज में पढ़ते समय दोस्त बने थे लेकिन बाद में 2010 में कॉलेज चुनाव के दौरान दोनों में मदभेद शुरू होने लगा, जिसके बाद दोनों दोस्तों में दुश्मनी शुरू को गयी और दोनों ही अलग अलग गैंग से जुड़कर विभिन्न अपराधों को अंजाम देने लगे.

उनकी दुश्मनी ने 2013 के बाद से 20 से अधिक लोगों की जान ले ली है.

टिल्लू दिल्ली के अलीपुर के पास ताजपुर गांव का रहने वाला है और अपने विभिन्न आपराधिक मामलों के कारण वह 2016 से जेल में बंद है. माना जाता है कि ताजपुर गांव से होने के कारण ही सुनिल ने अपना नाम बदलकर टिल्लू ताजारिया रखा था.

पुलिस ने कहा कि जेल नंबर 8 में बंद योगेश टुंडा नाम के एक कैदी और प्रतिद्वंद्वी गिरोह के अन्य सदस्यों ने जेल नंबर 9 में बंद टिल्लू पर लोहे की ग्रिल से हमला किया.

अधिकारी ने कहा, “योगेश उर्फ ​​टुंडा और दीपक उर्फ ​​तीतर ने वार्ड की लोहे की ग्रिल को तोड़कर टिल्लू ताजपुरिया पर हमला किया.”

रोहिणी कोर्ट में शूटआउट से एक दिन पहले शूटर उमंग और जगदीप ने मुरथल के रहने वाले राकेश ताजपुरिया से हथियार लिया था.

उसी दिन उमंग और जगदीप ने एम्स के नजदीक से एक शख्स से वकील के कपडे़ लिए थे. इस बीच टिल्लू तिहाड़ जेल से दोनों से व्हाट्सएप के जरिए संपर्क कर रहा था.


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