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Tuesday, 5 November, 2024
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दिल्ली में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला, एक्सपर्ट बोले- बुजुर्ग और कम इम्युनिटी वालों के लिए खतरा

डॉ. रोहन ने कहा कि, 'हमें यह ध्यान रखना है कि स्किन पर जो दाने होते हैं, जख्म होते हैं इससे जो डिस्चार्जेज (बहना) होते हैं उसके संपर्क में आने से यह दूसरों में भी फैल जाता है.'

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नई दिल्ली: दिल्ली में मंगलवार को अन्य नाइजीरियन शख्स मंकीपॉक्स पॉजिटिव पाया गया है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. इस तरह दिल्ली में अब तक कुल 3 और देश में कुल 9 मामले हो गये हैं. केरल में मंकीपॉक्स का पांचवा मामला सामने आया है. आंध्र प्रदेश में एक मामला सामने आ चुका है.

वहीं एक दिन पहले यानि कल यूएई में मंकीपॉक्स से संक्रमित शख्स की केरल में मौत हो गई थी, जो कि देश में इस वायरस से मौत का पहला मामला था.

दिप्रिंट से बात करते हुए एफएआईएमए (FAIMA) डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रोहन कृष्णन ने कहा, ‘मंकीपॉक्स को लेकर एक जानकारी दिमाग में हमेशा रखनी है कि यह डीएनएन वायरस है और स्मॉलपॉक्स के वायरस से मिलता-जुलता है और अर्थोपॉक्स जीन्स से आता है.’

डॉ. रोहन ने कहा, ‘हम सभी लोग भी डीएनए से बने हैं. डीएनए वायरस की प्रवृत्ति लगातार रूपरेखा बदलने की नहीं होती, जो कि बहुत राहत की बात है. अगर हम इस पर नियंत्रण कर लें तो म्यूटेशन जो कोरोनावायरस में सबसे ज्यादा होता है, वह इसमें नहीं है.’

गौरतलब है कि वहीं दिल्ली सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर तीन अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं. हर अस्पताल को 5-5 कमरे मंकीपॉक्स लिए रिजर्व रखने को कहा गया है.

हालांकि, डॉक्टर रोहन कृष्णनन ने मंकीपॉक्स को बजुर्ग व्यक्तियों और कम इम्यूनिटी रखने वाले जैसे- कैंसर के, एड्स मरीज हैं, प्रेग्नेंट माताएं हैं, बच्चे हैं, के लिए खतरा बताते हैं.

उन्होंने कहा, ‘जो बूढ़े व्यक्ति हैं, जिनकी इम्यूनिटी कम है, प्रेग्नेंट मदर हैं, बच्चे हैं इन लोगों में मंकीपॉक्स के सेकेंडरी इन्फेक्शन भी देखे जाते हैं. जैसे के ब्रोंको निमोनिया और सेप्सिस. ये इन्फेक्शन कई बार घातक साबित होते हैं, जो कि मौत का कारण बन सकते हैं.’

डॉ. रोहन कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत पर बल देते हैं. उन्होंने कहा कि, ‘हमें यह ध्यान रखना है कि स्किन पर जो दाने होते हैं, जख्म होते हैं इससे जो डिस्चार्जेज होते हैं उसके संपर्क में आने से दूसरों में भी यह फैल जाता है.’ उन्होंने कहा कि जैसे की बस की सीट पर इससे संक्रमित व्यक्ति हाथ रख दे तो इस तरह इस वायरस का ट्रांसमिशन होता है.

डॉ. कृष्णनन ने बेसिक प्रोटोकॉल्स की बात करते हुए कहते हैं कि, ‘हमें हाथ-मुंह को लगातार 4-6 घंटे में धोना चाहिए. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में अगर हम ट्रेवल कर रहे हैं तो ग्लब्स पहनें, मास्क पहनें और उतरने के बाद अपने हाथों को धोएं. इस तरह बचाव की आवश्यकता है.’

बता दें कि अमेरिका के दो बड़े शहर न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया ने मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है.

केरल में मंकीपॉक्स का पांचवां मामला सामने आया

केरल में पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौटा 30 वर्षीय एक व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया है, जिसके साथ ही राज्य में इस वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या पांच हो गई है.

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि व्यक्ति 27 जुलाई को कालीकट हवाई अड्डे पर विमान से उतरा था और मलप्पुरम जिले में एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

मंत्री ने कहा कि उसकी हालत स्थिर है. व्यक्ति के माता-पिता और उसके संपर्क में आए अन्य लोगों पर नजर रखी जा रही है.

उन्होंने कहा कि यह राज्य में मंकीपॉक्स का पांचवां मामला है.

मंत्री ने कहा कि मंकीपॉक्स के पहले रोगी को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और अन्य की हालत स्थिर है.


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