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Sunday, 3 November, 2024
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दिप्रिंट के एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता ‘लाइफटाइम कंट्रीब्यूशन टू मीडिया’ अवार्ड से सम्मानित

एआईएमए ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन सहित तेरह अन्य जानी-मानी हस्तियों को भी विभिन्न श्रेणियों में अवार्ड प्रदान किए हैं.

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नई दिल्ली: ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) ने मंगलवार को दिप्रिंट के संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता को सालों तक मीडिया क्षेत्र में खास छाप छोड़ने और 21वीं सदी में भारतीय मीडिया का चेहरा बदलने में अहम भूमिका निभाने के लिए ‘लाइफटाइम कंट्रीब्यूशन टू मीडिया’ अवार्ड से सम्मानित किया.

दिल्ली स्थित ताज पैलेस के दरबार हॉल में आयोजित सम्मान समारोह में पुरस्कार ग्रहण करने के मौके पर शेखर गुप्ता ने कहा, ‘मैंने पिछले 10-15 साल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड जैसी किसी चीज से खौफ खाते हुए बिताए हैं…मैंने उस जवाब की पूर्व तैयारी की जो मैं उन लोगों को दूंगा जो मुझसे एक संस्मरण लिखने के लिए कहते हैं, क्योंकि लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हासिल करना एक संस्मरण लिखने जैसा है क्योंकि इसका मतलब आपका जीवन बीत गया…मैं अपने प्रकाशकों से कहता हूं कि अगर मैं कोई संस्मरण लिखूंगा, तो मैं उसे पहली पारी कहूंगा…तो यह (अवार्ड) पहली पारी के लिए है, और अब दूसरी पारी शुरू हो गई है, और वह है दिप्रिंट डॉट इन.’


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केपीएमजी, इंडिया के ऑफिस मैनेजिंग पार्टनर अक्षय भल्ला ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा, ‘यह अवार्ड शेखर गुप्ता को प्रदान करना भी एक सम्मान ही है…वह एक बेहद सम्मानित पत्रकार हैं जिनकी पिछले चार दशकों में भारतीय मीडिया के विकास में अहम भूमिका रही है. उन्होंने तमाम ऐतिहासिक घटनाओं को कवर किया और उच्च पदासीन और शक्तिशाली लोगों पर सवाल भी उठाए…वह खबरों के प्रति जनता के भरोसे और मीडिया के सम्मान को बनाए रखने के प्रयास करते रहते हैं…आपस में काफी बंटे समाज के बीच वह जमीनी स्तर पर मजबूती से टिकने का रास्ता अपनाते हैं.’

13 अन्य ख्यात हस्तियों को भी विभिन्न श्रेणियों के तहत पुरस्कार प्रदान किए गए. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला को ‘बिजनेस लीडर ऑफ द ईयर’ चुना गया, वहीं डब्ल्यूआईओएन की कार्यकारी संपादक पालकी शर्मा उपाध्याय ने ‘मीडिया में उत्कृष्ट योगदान’ का अवार्ड जीता. टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को ‘ट्रांसफॉर्मेशनल बिजनेस लीडर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि ‘एमएनसी इन इंडिया ऑफ द ईयर’ पुरस्कार नेस्ले इंडिया को मिला.

सरकार और कॉर्पोरेट जगत के गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि थे. इस मौके पर एआईएमए की महानिदेशक रेखा सेठी और अध्यक्ष सी.के. रंगनाथन भी मौजूद थे और उन्होंने स्वागत भाषण दिया. समारोह की शुरुआत में स्वागत भाषण मैनेजिंग इंडिया अवार्ड्स जूरी के अध्यक्ष संजीव गोयनका ने पढ़ा.

गडकरी ने कहा कि विशेष उपलब्धियां हासिल करने वालों को सम्मानित किए जाने और उनकी सफलता की कहानियों से दूसरों को अपनी को भी अपनी सफलता की कहानियां गढ़ने की प्रेरणा मिलेगी.

उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले तो जिन लोगों को अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया, मैं उन्हें बधाई देता हूं. यह अवार्ड उन्हें प्रेरणा देगा क्योंकि उन्हें महसूस होगा कि उनके काम को पहचान मिल रही है. मैं इनमें से अधिकतर लोगों को जानता हूं और मानता हूं कि वे हमारे लिए एक संपत्ति हैं. उद्यमी न केवल धन निर्माता हैं, बल्कि रोजगार निर्माता भी हैं. अगर हम इन लोगों को मजबूत करेंगे, तो हम देश को मजबूत करेंगे. उत्कृष्ट कार्यों से योगदान देने वाले देश के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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