राजभवन ने नक्कीरन पर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित का अपमान करने वाले लेख प्रकाशित करने का आरोप लगाया है.
चेन्नई: वरिष्ठ पत्रकार और साप्ताहिक तमिल पत्रिका नक्कीरन के संपादक आरआर गोपाल को मंगलवार को यहां चेन्नई हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया. इस गिरफ्तारी की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने निंदा की है. ‘नक्कीरन गोपाल’ के नाम से मशहूर आरआर गोपाल को राजभवन की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है. राजभवन ने नक्कीरन पर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित का अपमान करने वाले लेख प्रकाशित करने का आरोप लगाया है.
लेखों में राजभवन का संबंध एक सहायक प्रवक्ता निर्मला देवी से बताया गया है. निर्मला को मदुरै कामराज विश्वविद्यालय के अधिकारियों के पास कथित रूप से कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियां भेजने के आरोप में कुछ समय पहले गिरफ्तार किया गया था.
राज्य के विपक्षी दलों ने गोपाल की गिरफ्तारी की निंदा की है. पुलिस द्वारा गोपाल से मिलने की अनुमति नहीं देने पर चिंताद्रिपेट पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे एमडीएमके नेता वाइको को गिरफ्तार कर लिया गया.
वाइको ने ‘न्यायपालिका और पुलिस के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एच राजा’ को गिरफ्तार नहीं करने का कारण बताने की मांग की.
एमडीएमके नेता ने कहा कि गोपाल को गिरफ्तार कर भाजपा मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश कर रही है.
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) अध्यक्ष एमके स्टालिन ने मोदी सरकार और तमिलनाडु के राज्यपाल पर राज्य में अघोषित आपातकाल लागू करने का आरोप लगाया.
स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र के कहने पर चल रही है. उन्होंने गोपाल की रिहाई और उनके खिलाफ लगे सभी मामले निरस्त करने की मांग की.
पीएमके के संस्थापक एस रॉमदास ने कहा कि लेख अगर अपमानजनक थे तो अवमानना का मामला दायर किया जा सकता था. गोपाल की गिरफ्तारी की निंदा अभिनेता से नेता बने कमल हसन ने भी की है.
#UPDATE: The Magistrate refuses to remand Nakkeeran Gopal, Chief Editor of Tamil magazine Nakkeeran, to judicial custody. He was arrested after a complaint was filed against him by Raj Bhavan over publication's reportage on Nirmala Devi case. #TamilNadu pic.twitter.com/R3GDqzk4EY
— ANI (@ANI) October 9, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया लेकिन मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेजने से इनकार कर दिया है.