नई दिल्लीः भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर मंगलवार की कार्यवाई को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी विपक्षी दलों ने सरकार का समर्थन किया है और सरकार का साथ देने व सेना के साथ होने की बात कही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक के बाद जानकारी दी कि सभी दलों ने एक साथ सुरक्षा बलों की कार्यवाई की प्रशंसा की है और सरकार के आतंक विरोधी ऑपरेशन के साथ हैं. सुषमा ने बैठक में नेताओं को बताया कि उन्होंने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर भारतीय हवाई हमले को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के अलावा कई देशों के विदेश मंत्रियों से बात की. यह सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि आतंक विरोधी ऑपरेशन था.
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गौरतलब है कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओ ब्रायन, माकपा नेता सीताराम येचुरी, बीजद के भर्तहरि महताब, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला सहित कई अन्य नेतओं ने बैठक में हिस्सा लिया.
#WATCH EAM Sushma Swaraj after all party meeting: I am happy that all parties in one voice praised the security forces and supported the Govt's anti-terror operations. pic.twitter.com/AOaIhMIDln
— ANI (@ANI) February 26, 2019
इसके बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात की खुशी है कि सभी पार्टियों ने सुरक्षा बलों की तारीफ की और सरकार के आतंक विरोधी अभियान का समर्थन किया.
पी-5 देशों को हवाई ऑपरेशन की जानकारी दी
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों को भी जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायुसेना के गैर पूर्वनियोजित सैन्य कार्रवाई की संक्षिप्त जानकारी दी. जैश ने पुलवामा में हुए हवाई हमले की जिम्मेदारी ली थी. सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव विजय के. गोखले और विदेश मंत्रालय के सचिवों ने विदेशी राजदूतों को हमले की संक्षिप्त जानकारी दी. इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पी-5- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन भी शामिल हैं.
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गोखले पुलवामा हमले के अगले दिन पी-5 राजदूतों समेत लगभग 25 राजदूतों से मिले थे. पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. विदेश सचिव ने मंगलवार को इससे पहले घोषणा की थी कि भारत ने खुफिया नेतृत्व में अभियान करते हुए मंगलवार तड़के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें बड़ी संख्या में जैश के वरिष्ठ कमांडरों, प्रशिक्षकों और फिदाईन हमले के लिए तैयार किए जा रहे जेहादियों को मार गिराया था.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)