नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया. कोर्ट ने कहा 27 नंवबर को शाम पांच बजे से पहले महाराष्ट्र विधानसभा में परीक्षण करना होगा. इस प्रक्रिया का सीधा प्रसारण किया जाएगा. वहीं गुप्त मतदान नहीं किया जाएगा. फ्लोर टेस्ट से पहले सभी की शपथ होगी. प्रोटेम स्पीकर की फ्लोर टेस्ट करवाएंगे.
सुनवाई के दौरान कोर्ट में शिवसेना की तरफ से अनिल देसाई, गजानन कार्तिकर और कांग्रेस की तरफ केसी वेणुगोपाल और पृथ्वीराज चौहान मौजूद थे. वहीं कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी समेत कई वकील भी मौजूद थे.
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने के बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा, ‘सत्यमेव जयते, बीजेपी का खेल खत्म.’
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को डेढ़ घंटे की बहस के बाद सुनवाई पूरी कर ली थी. मंगलवार को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. गौरतलब है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने देवेंद्र फडणवीस को बहुमत साबित करने के लिए 14 दिनों का समय दिया था.
कोर्ट के फैसले के आने से पहले महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. यह मुलाकात 26/11 मुंबई हमलों की 11वीं बरसी पर श्रद्धांजलि से पहले हुई.
विधायक दल के नेता पर विधानसभा स्पीकर लेंगे फैसला
महाराष्ट्र विधानसभा सचिवालय के सचिव राजेंद्र भागवत का कहना है कि विधानसभा सचिवालय को एक पत्र मिला है जिसमें दावा किया गया है कि जयंत पाटिल एनसीपी विधायक दल के नेता हैं. लेकिन इस बात का फैसला विधानसभा के अध्यक्ष को लेना है. अभी इसका निर्णय नहीं हुआ है.
इस मामले में भाजपा नेता आशीष शेल्लार ने कहा है कि अजित पवार ही एनसीपी के नेता हैं. ये उस आधार पर है जो चिट्ठी उन्होंने राज्यपाल को दी थी. जयंत पाटिल ने जो दावा किया है वह सिर्फ एक जवाब है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘हमने हमारे नंबर दिखा दिए हैं. हमारे साथ 162 विधायक हैं, अगर उनके पास बहुमत है तो वो क्यों भाग रहे हैं. राज्यपाल को फर्जी चिट्ठी दिखाई गई. हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई. भाजपा वाले ध्यान रखें कि ये महाराष्ट्र है, कोई भूल ना करें. चोरी छुपे शपथ दिलाकर संविधान की हत्या की गई.
शिवसेना सांसदों की सोनिया से मुलाकात, संयुक्त सत्र का करेंगे बहिष्कार
शिवसेना के सांसदों ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. शिवसेना के सांसदों की यह मुलाकात सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ पर हुई. वैचारिक रूप से दो विपक्षी दलों के नेताओं के बीच शायद इस तरह की यह पहली बैठक थी. वहीं, सभी सांसद महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम के विरोध में वे संविधान दिवस मनाने के लिए बुलाई गई संसद की संयुक्त बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. शिवसेना के सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा, ‘सांसदों ने सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में घटनाक्रम के खिलाफ विरोध में विपक्ष का साथ देगी. शिवसेना के सांसद मंगलवार को संयुक्त बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे.’
हमारे पास 162 विधायक हैं, यह गोवा नहीं है
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार के शक्ति परीक्षण के संबंध में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने से एक दिन पहले सोमवार शाम को शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठजोड़ ने अपनी ताकत दिखाते हुए 162 विधायकों की परेड कराई. इस दौरान सभी विधायकों ने भाजपा के किसी भी प्रलोभन के सामने नहीं झुकने का संकल्प भी लिया. एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे ने कहा कि सोमवार शाम एक लक्जरी होटल में आयोजित कार्यक्रम में तीनों दलों के 162 विधायक मौजूद थे.
एनीसीपी प्रमुख शरद पवार ने एकत्र विधायकों से कहा कि वह निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे कि महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान भाजपा के खिलाफ वोटिंग करने पर किसी की भी सदस्यता ना जाए. पवार मुंबई में एक पांच सितारा होटल में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के ‘महा विकास आघाडी’ गठजोड़ के विधायकों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे.
राकांपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा ने गोवा और अन्य राज्यों में सत्ता बनाने के लिए असंवैधानिक तरीके अपनाए.
पवार ने कहा, ‘महाराष्ट्र,गोवा नहीं है और यह समय उन्हें सबक सिखाने का है.’
पवार ने कहा, ‘गलत सूचना फैलायी जा रही है कि अजित पवार राकांपा के विधायक दल के नेता हैं, जो सभी (राकांपा) विधायकों को (शक्ति परीक्षण में) भाजपा को वोट करने के लिए व्हिप जारी करेंगे. मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि अजित पवार जिन्हें उनके (सरकार गठन के लिए भाजपा से हाथ मिलाने के कारण राकांपा विधायक दल के नेता) पद से हटा दिया गया है, उनके पास विधायकों को व्हिप जारी करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है.’
कार्यक्रम में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा से महाराष्ट्र में शासन के लिए शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठजोड़ के वास्ते रास्ता खाली करने को कहा. बैठक में मौजूद विधायकों से कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा, ‘हमारे पास केवल 162 नहीं बल्कि 162 से ज्यादा विधायक हैं. हम सब सरकार का हिस्सा होंगे. भाजपा को रोकने के वास्ते इस गठबंधन की अनुमति देने के लिए मैं सोनिया गांधी का शुक्रिया अदा करता हूं. राज्यपाल को सरकार बनाने के लिए हमें आमंत्रित करना चाहिए.’
यह लड़ाई हम जीतेंगे: भाजपा
भाजपा ने शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों की परेड कराकर किए गए संयुक्त शक्ति प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा के पटल पर उनकी पार्टी ही आखिरी जीत दर्ज करेगी.
भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा, ‘शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की ‘पहचान परेड’ की आलोचना करते हुए इसे राज्य के लोगों और लोकतंत्र के साथ क्रूर मजाक करार दिया. उन्होंने कहा कि विधानसभा में होने वाले विश्वासमत से इसकी बराबरी नहीं की जा सकती है. पहचान परेड गवाहों के लिए होती है जिसमें वे अपराधियों की पहचान करते हैं. हम विधानसभा के पटल पर जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं. होटल में इस तरह की परेड सदन में बहुमत साबित करने में सहायक नहीं होगी.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ में)