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Saturday, 21 December, 2024
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SC ने पश्चिम बंगाल सरकार से पूछा- राज्य में ‘द केरला स्टोरी’ पर बैन क्यों, जवाब देने को कहा

भारत के मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह फिल्म पूरे देश में प्रदर्शित हुई है, पश्चिम बंगाल में इस पर प्रतिबंध क्यों लगा है, आप क्यों इस दिखाए जाने की इजाजत नहीं दे रहे?

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नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य में फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली फिल्म निर्माताओं की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को नोटिस भेजा है.

सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में फिल्म पर वस्तुत: (नजर न आने वाले या बिना आदेश का बैन) प्रतिबंध पर तमिलनाडु को भी नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की सरकारों से जवाब देने को कहा है और सुनवाई को सोमवार तक के लिए टाल दिया है.

भारत के मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘यह फिल्म पूरे देश में प्रदर्शित हुई है, पश्चिम बंगाल में इस पर प्रतिबंध क्यों लगा है, आप क्यों इस दिखाए जाने की इजाजत नहीं दे रहे? यह फिल्म देश के विभिन्न हिस्सों में चल रही है. यह अच्छी या बुरी हो सकती है, इसका फिल्म के सिनेमाई वैल्यू से कोई लेना-देना नहीं है.’

पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल सरकार ने एक नोटिफिकेशन में कहा था कि फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ ‘शांति को भंग कर सकती है’ और ‘राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए घृणा या हिंसा की किसी भी घटना’ से बचने के लिए फिल्म का प्रदर्शन प्रतिबंधित कर दिया गया है.

फिल्म पर प्रतिबंध लगाने वाला पश्चिम बंगाल पहला राज्य था, यह फिल्म तीन महिलाओं की कड़वे अनुभव को बयां करती है, जो शादी के बाद धर्म परिवर्तन कर आईएसआईएस में शामिल हो गईं. फिल्म पर प्रतिबंध के फैसले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, ‘ऐसा नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचने और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए किया.’

साथ ही उन्होंने कश्मीरी पंडितों के कथित नरसंहार पर बनी फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ की भी बात की, जिसे विपक्ष के विरोध के बावजूद खचाखच भरे थिएटर हाउसेंज में चलाया गया है. बंगाल की सीएम ने कहा, ‘द कश्मीर फाइल्स क्या थी?’ यह विशुद्ध रूप से समाज के एक विशेष वर्ग को अपमानित करने के लिए थी. ‘द केरला स्टोरी’ क्या है? यह एक विकृत कहानी है.’

सीएम ने राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि फिल्म को उन सभी सिनेमाघरों से हटा दिया जाए जहां यह दिखाई जा रही है.

प्रतिबंध पर प्रतिक्रिया देते हुए फिल्म के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने कहा था कि वे इस फैसले के खिलाफ कानूनी विकल्प अपनाएंगे.

शाह ने कहा था, ‘अगर राज्य सरकार हमारी बात नहीं सुनती तो हम कानूनी रास्ता तलाशेंगे. हालांकि, हम जो भी कदम उठाएंगे, वह कानूनी सलाह पर आधारित होगा.’

सुदीप्तो सेन द्वारा अभिनीत और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित, इस फिल्म को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से तीखा विरोध झेलना पड़ा, जिन्होंने इसे ‘आरएसएस का प्रोपेगेंडा’ कहा था.

केरल के सांसद शशि थरूर ने फिल्म निर्माताओं पर केरल को ‘गलत तरीके से पेश करने’ का आरोप लगाया था. कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस विवाद को लपका था, कांग्रेस पर आतंकियों के साथ खड़े होने का आरोप लगाया था.

‘द केरला स्टोरी’ में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सिद्धि इदनानी और सोनिया बलानी ने मुख्य भूमिका निभाई है.

फिल्म के ट्रेलर में केरल से 32,000 महिलाओं के गायब होने और आईएसआईएस ज्वाइन करने की बात को लेकर भारी विरोध हुआ था. हालांकि, विरोध को देखते फिल्म से विवादित हिस्से को हटा लिया गया था. बाद में इसके ट्रेलर में बताया गया कि यह तीन महिलाओं की कहानी है.


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