scorecardresearch
Tuesday, 16 April, 2024
होमदेशआईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी के कमरे से मिले सुसाइड नोट में ‘जाति आधारित उत्पीड़न’ का संकेत

आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी के कमरे से मिले सुसाइड नोट में ‘जाति आधारित उत्पीड़न’ का संकेत

पिछले महीने प्रथम वर्ष के छात्र की मौत की जांच कर रही एसआईटी द्वारा बरामद नोट में 'एक बैचमेट का नाम' है. शुरुआत में सोलंकी की आत्महत्या का कारण 'खराब अकादमिक परफॉर्मेंस' बताया गया था.

Text Size:

मुंबई: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी के कथित तौर पर आत्महत्या करने के एक महीने से अधिक समय बाद, मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के अधिकारियों का कहना है कि प्रथम वर्ष के छात्र के छात्रावास के कमरे से एक “सुसाइड नोट” बरामद हुआ है, जिसमें एक बैचमेट के नाम का ज़िक्र है जो यह दर्शाता है कि सोलंकी को कैंपस में जाति-आधारित उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था.

जांच दल में शामिल एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘‘हम उस कमरे की तलाशी ले रहे थे और वहां से एक नोट मिला, जिसमें लिखा था कि एक्स व्यक्ति ने मुझे मार डाला है.’’

अधिकारी ने कहा कि सुसाइड नोट की बरामदगी के बाद, सोलंकी के माता-पिता को पुलिस ने यह पुष्टि करने के लिए बुलाया कि क्या लिखावट उसकी (दर्शन) है या उसकी मां की है.

अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने लिखावट विशेषज्ञों को नोट भेजा है, लेकिन उसकी मां का कहना है कि लिखावट उनके बेटे दर्शन की है.’’

दिप्रिंट ने फोन पर सोलंकी के परिवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन इस रिपोर्ट के छापे जाने तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया. हालांकि, प्रतिक्रिया मिलने के बाद कॉपी को अपडेट कर दिया जाएगा.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

दिप्रिंट ने टेक्स्ट मैसेज के जरिए आईआईटी बॉम्बे से भी संपर्क की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.

सोलंकी बी.टेक प्रथम वर्ष का छात्र था जिसकी सेमेस्टर परीक्षा समाप्त होने के एक दिन बाद 12 फरवरी को मृत्यु हो गई. हालांकि, शुरुआत में यह माना जा रहा था कि उन्होंने खराब शैक्षणिक परफॉर्मेंस के कारण 7वीं मंजिल से छलांग लगाई थी, उनके परिवार और आईआईटी बॉम्बे में अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्कल के सदस्यों ने दावा किया था कि दर्शन को कैंपस में जाति-आधारित भेदभाव का सामना करना पड़ रहा था और उन्होंने इस बारे में अपनी बहन से ज़िक्र भी किया था.

हालांकि, आईआईटी-बॉम्बे ने किसी भी जाति-आधारित भेदभाव से इनकार किया है, लेकिन सोलंकी के परिवार और आईआईटी बॉम्बे समूह द्वारा नाराजगी के परिणामस्वरूप राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए मुंबई अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त लखमी गौतम की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया था. .

सोलंकी के माता-पिता ने मांग की थी कि उनके बेटे की मौत की जांच हत्या के एंगल से की जाए.

परिवार सोमवार को पुलिस के साथ था और अधिकारी ने कहा कि उम्मीद है कि मंगलवार तक सुसाइड नोट में नामित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी, जिसके बाद “हम नामित व्यक्ति से पूछताछ कर सकते हैं”.

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: ‘एक और चुनावी दांव’, BJP मुंबई के मराठी भाषी हिंदुओं को लुभाने के लिए ‘गुड़ी पड़वा’ में दिखाएगी ताकत


 

share & View comments