नई दिल्ली: आईपीएस एसोसिएशन और कई सिविल सेवा अधिकारी गुरुवार को सोशल मीडिया पर सुदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठा रहे हैं. दरअसल चव्हाणके ने गुरुवार को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए सिविल सेवाओं में मुसलमानों की कथित ‘घुसपैठ’ की बात करते हुए इसे ‘नौकरशाही जिहाद’ करार दिया और कहा कि शुक्रवार को इस बड़े खुलासे पर एक कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा.
अधिकारियों ने शुक्रवार को प्रसारित होने वाले रिपोर्ट के इस अंश के लिए चव्हाणके के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. आईएएस और आईपीएस अधिकारीयों ने कहा कि यह ‘घृणास्पद भाषण’ सिविल सेवा आयोग जैसी संवैधानिक संस्था, जो सिविल सेवा अधिकारियों का चयन करती है, पर सवाल उठाता है.
आईपीएस एसोसिएशन, जो भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों का केंद्रीय समूह है, ने एक ट्वीट में इसे सांप्रदायिक और गैर ज़िम्मेदाराना पत्रकारिता कहा और इसकी निंदा की.
A news story targeting candidates in civil services on the basis of religion is being promoted by Sudarshan TV.
We condemn the communal and irresponsible piece of journalism.
— IPS Association (@IPS_Association) August 27, 2020
चव्हाणके ने बुधवार को एक वीडियो ट्वीट करने के बाद नाराज़गी व्यक्त की जिसमें उन्हें सिविल सेवाओं में मुसलमानों की ‘घुसपैठ’ पर सवाल उठाते देखा जा सकता है.
उक्त वीडियो में चव्हाणके कुछ सवाल उठाते हुए नज़र आते हैं. वो पूछते हैं कि अचानक मुसलमान आईएएस, आईपीएस में कैसे बढ़ गए? ‘सोचिये, जामिया के जिहादी अगर आपके जिलाधिकारी और हर मंत्रालय में सचिव होंगे तो क्या होगा?’
श्री @harnathsinghmp जी ने राज्यसभा में #UPSC_Jihad विरूद्ध नोटिस देने के लिए मेरे साथ अभी विस्तार से चर्चा की है। मैं उनका धन्यवाद करता हूँ और अन्य सांसदों से #नौकरशाही_जिहाद से देश को ग़ुलाम होने से बचाने के लिए संसद में आवाज़ उठाने के लिए अपील करता हूँ pic.twitter.com/B103VYjlmt
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) August 26, 2020
अधिकारी विरोध में
वीडियो वायरल होने के बाद, सोशल मीडिया यूजर्स ने इसका विरोध करते हुए सस्पेंड सुरेश चव्हाणके हैशटैग के साथ उनके ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग की.
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एन.सी. अस्थाना ने ट्वीट कर कहा, ‘अखिल भारतीय सेवाओं के लिए अधिकारियों के चयन में यूपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था की अखंडता और निष्पक्षता पर संदेह जताते हुए, वह संवैधानिक योजना के प्रति अविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं’.
It is an offence. By casting doubts on the integrity and impartiality of a constitutional body like the UPSC in the selection of officers for All-India Services, he is spreading disaffection for the constitutional scheme of governance. UPSC must respond and initiate legal action. https://t.co/UNK2MPrpOB
— Dr. N. C. Asthana, IPS (Retd) (1986-2019) (@NcAsthana) August 27, 2020
वहीं आईपीएस अधिकारी निहारिका भट्ट ने इसे ‘घृणा फैलाने वाली कोशिश’ करार दिया और कहा कि धर्म के आधार पर अधिकारियों की साख पर सवाल उठाना न केवल हास्यपूर्ण है बल्कि इसे सख्त कानूनी प्रावधानों से भी निपटा जाना चाहिए. हम सभी भारतीय पहले हैं.
A despicable attempt at hate mongering. To question the credentials of officers on the basis of religion is not only laughable, but should also be dealt with strictest legal provisions.
We are all Indians first ?? https://t.co/6NoDA1fiAU— Niharika Bhatt IPS (@niharika_bhatt) August 27, 2020
चेन्नई में आईजी पद पर कार्यरत आईपीएस अधिकारी नजमुल होदा ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा कि इसे सीधे तौर पर ‘हेट स्पीच’ कहते हैं. उन्होंने कहा, ‘इस तरह की बातें एक समुदाय को डी-ह्यूमनाइज करने की कोशिश है’.
अन्य कई अधिकारियों ने भी ट्विटर पर अपना रोष जताया.
Disgusting. Condemnable. This must be stopped. https://t.co/ZFxbfNDgVZ
— RK Vij, IPS (@ipsvijrk) August 27, 2020
A new entry in the ‘मंडी’ of TRP. He should be asked about the source and reliability of this so called “पर्दाफ़ाश.” https://t.co/y0zh28Wz1j
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) August 27, 2020
Why dont police arrest him and why SC or HCs or Minorities commission or UPSC dont take suo motto cognizance now? @TwitterIndia please take action and suspend this account. Its hate speech. https://t.co/A24LzH8Z3Y
— Prabhjot Singh IAS (@PrabhjotIAS) August 27, 2020
This is not free speech. This is sheer poison and against the fabric of our constitutional institutions. I request @TwitterIndia @TwitterSafety @Twitter to take action against this account. https://t.co/IBkP4EskD5
— Rahul Kumar (@rahulias6) August 27, 2020
The only identity that will forever matter and define us, the civil servants, is being Indian ??
Hate Speech Check @TwitterIndia https://t.co/m9Xnri4Ux4
— Rakesh Balwal (@ips_balwal) August 27, 2020
इंडियन पुलिस फाउंडेशन, जो एक स्वतंत्र थिंक-टैंक है, ने भी वीडियो की निंदा की और कहा कि वह इसे रीट्वीट नहीं करेंगे क्योंकि यह ‘विषैला’ और ‘खतरनाक कट्टरता’ है.
फाउंडेशन ने न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (एनबीएसए), यूपी पुलिस और संबंधित सरकारी अधिकारियों से भी सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया.
The hate story carried on a Noida TV channel against minority candidates joining IAS /IPS is dangerous bigotry. We refrain from retweeting it because it is pure venom. We hope #NewsBroadcastingStandardsAuthority, #UPPolice and concerned government authorities take strict action.
— Indian Police Foundation (@IPF_ORG) August 27, 2020
आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने चव्हाणके के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करने के लिए लोगों से आग्रह का एक अभियान शुरू किया.
Outrage is useless if we can't step out & follow up:
Here's what is needed from u ALL:
1. Print 2 copies of this complaint at https://t.co/VMONELYzLz
2. Sign it, submit at your local police station & take a "received" stamp on a copy
3. Confirm when done.
Counting on u all! https://t.co/9Zop9O8EQf
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) August 27, 2020
राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने शुक्रवार को कार्यक्रम के प्रसारण को रोकने के लिए न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष को एक पत्र लिखा.
Dear @RajatSharmaLive ji
I have emailed & WhatsApped you regarding the show "Naukarshai mai Musalmano ki Ghuspate" to be telecasted on @SudarshanNewsTV .
The program is blatantly communal & will incite hatred & violence against our Muslim Fellow citizens.#SuspendSureshChavhanke pic.twitter.com/F5VyxYmmh9— Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) August 27, 2020
बचाव में चव्हाणके ने अपने दावों के साथ कई ट्वीट्स पोस्ट किए और कहा कि कार्यक्रम के शुक्रवार को प्रसारित होने पर सभी प्रश्नों का उत्तर दिया जाएगा.
Not only terror group, but the leader of all the terror groups #ZakirNaik is involved in this conspiracy. Watch #UPSC_Jihad 1st and then react #नौकरशाही_जिहाद from 28 Aug 8pm daily https://t.co/vsPSOh7NbM
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) August 27, 2020
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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मैं सुदर्शन न्यूज के प्रोग्राम से सहमत हूं और इसको प्रसारित करने का आग्रह करता हूँ
क्योकि अगर कोई डॉक्टर , इंजीनियर, आतंकवादी बन सकते हैं तो फिर ये सोंचने वाली बात है