नई दिल्ली: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) और ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) की परीक्षाओं के मामले में भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी अपनी पार्टी को आड़े हाथ लेने का कोई मौका नहीं गंवा रहे. स्वामी द्वारा बुधवार को जेईई की असफलता से जुड़े दावे को शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने उसी दिन खारिज कर दिया. लेकिन स्वामी ने अपने दावों के समर्थन में नए तथ्य पेश किए हैं.
बुधवार शाम किए गए एक ट्वीट में स्वामी ने लिखा, ‘मेरे पास इसके आंकड़े हैं कि पिछले हफ्ते कितने छात्रों ने जेईई की परीक्षा में हिस्सा लिया. जिन 18 लाख छात्रों ने पास (डाउन) लोड किया उनमें से महज 8 लाख परीक्षा देने पहुंचे. ये उस देश के लिए शर्म की बात है जो विद्या और ज्ञान का दम भरता है.’
I just accurate count on how many students took the JEE exams this last week: out 18 lakhs who down loaded passes only 8 lakhs turned up to take up the exam. What a disgrace for the nation which extols vidhya and gyan!!
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 9, 2020
इसके जवाब में किए गए ट्वीट में शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने लिखा कि 18 लाख का आंकड़ा गलत है. उन्होंने बताया कि जेईई (मेंस) के लिए कुल 8.58 लाख छात्रों ने आवेदन किया था. शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने लिखा, ‘8.58 लाख छात्रों में से 6.35 लाख छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया.’
शिक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि ये परीक्षा साल में दो बार होती है और पिछली परीक्षा जनवरी में हुई थी. उन्होंने तर्क दिया कि कई छात्र जो परीक्षा में शामिल नहीं हुए, ऐसा संभव है कि जनवरी वाली परीक्षा में उन्होंने बेहतर किया हो और उन्हें इस बार परीक्षा देने की ज़रूरत महसूस नहीं हुई हो.
हालांकि, ताज़ा पलटवार में स्वामी ने ट्वीट कर लिखा कि उनके पास वो शीट है जो उन आधिकारिक आंकड़ों की है जो मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में जमा किया था. स्वामी ने लिखा, ‘मैं जल्द ही ट्वीट करके बताउंगा कि मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट को राज्यों और विदेश से हुए रजिस्ट्रेशन को लेकर क्या जानकारी दी थी. इसमें 660 केंद्र और 9,53,473 उम्मीदवारों का आंकड़ा दिया गया था. मंत्री ने ट्वीट कर मुझे ‘तथ्य’ देखने को कहा. आखिर आधिकारिक क्या है?’
इसके बाद उन्होंने एक शीट पोस्ट करते हुए दावा किया कि सरकार ने इसे सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया था. शीट पर उम्मीदवारों की संख्या 9.5 लाख है.
जेईई की परीक्षा के जरिए इंजीनियरिंग और नीट की परीक्षा के जरिए मेडिकल में दाखिला मिलता है. इन परीक्षाओं के स्थगन को लेकर विरोध कर रहे छात्रों का स्वामी ने समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि इनके स्थगन के लिए उन्होंने शिक्षा मंत्री से बात की है और पीएम नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है.
पीएम मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था कि अगर परीक्षाएं स्थगित नहीं होती है तो आत्महत्या के मामले सामने आएंगे. हालांकि, 1-6 सिंतबर के बीच जेईई की परीक्षाएं संपन्न हो गई और अगर शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए आंकड़ों की मानें तो ये मोटे तौर पर सफल भी रहीं. वहीं, 13 सिंतबर को होने वाली नीट की परीक्षाओं के स्थगन की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है.
इसके अलावा उन्होंने अपनी पार्टी को बुधवार को अल्टीमेटम दिया कि पार्टी बृहस्पतिवार तक आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को उनके पद से हटाए. इसके एक दिन पहले ही उन्होंने मालवीय पर फेक ट्वीट्स के जरिए उनके खिलाफ कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था.
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