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Friday, 26 April, 2024
होमदेशहिंसा और दहशत के बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लौट रही है शांति, धारा 144 में 10 घंटे की ढील

हिंसा और दहशत के बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लौट रही है शांति, धारा 144 में 10 घंटे की ढील

दिल्ली हिंसा के दौरान सड़क और गलियों में फैले मलबे को हटाने की तैयारी हो रही है. निगमकर्मी शुक्रवार की नमाज के मद्देनजर बाबरपुर एरिया के कबीर नगर में सड़कों की सफाई की.

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नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात सामान्य होते दिख रहे हैं. दिल्ली पुलिस शुक्रवार की नमाज के मद्देनजर धारा 144 में ढील दी गई है. दिल्ली महिला आयोग सहित बाकि संगठन शांति स्थापित करने में लगे हुए हैं.

दिल्ली हिंसा के दौरान सड़क और गलियों में फैले मलबे को हटाने की तैयारी हो रही है. निगमकर्मी शुक्रवार की नमाज के मद्देनजर बाबरपुर एरिया के कबीर नगर में सड़कों की सफाई की.

उत्तर-पूर्व दिल्ली के दंगा प्रभावित कुछ इलाकों में दुकानें खुलने के साथ ही हालात सामान्य होते दिखे.

उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा में दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं.

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वहीं दिल्ली फॉरेंसिक साइंस लेब्रोटरी की टीम ने आप के पार्षद ताहिर हुसैन की चांद बाग एरिया में स्थित फैक्ट्री से साक्ष्य इकट्ठा किए हैं. वहीं एक दिन पहले आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया है.

राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा, दो सदस्यों के साथ जाफराबाद पहुंची और यहां महिलाओं से मुलाकात कीं. मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘यहां थोड़ा तनाव मौजूद है लेकिन बाकि पूरे माहौल में शांति है. मैं कल फिर आऊंगी.’

दिल्ली एचसी ने एक अन्य वकील की याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया है, जिसमें एक वकील ने सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदिर, आरजे सईमा, स्वरा भास्कर, अमानतुल्ला खान (AAP पार्टी) के खिलाफ उपयुक्त आईपीसी और आईटी अधिनियम के तहत एनआईए को एफआईआर दर्ज करने और जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.

दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 39 पहुंची

दिल्ली की सांप्रदायिक हिंसा में मृतकों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 39 पहुंच गई. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

मस्जिदों से शांति की अपील

उत्तर-पूर्व दिल्ली की स्थानीय मस्जिदों ने दंगा प्रभावित इलाकों में शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की शुक्रवार को अपील की.

मस्जिदों ने लोगों से एकजुट होने और अफवाह पर यकीन नहीं करने की अपील के साथ ही संदिग्ध लोगों की जानकारी अधिकारियों को देने तथा पुलिस के साथ सहयोग करने का भी आग्रह किया.

मस्जिदों से हो रही घोषणा में कहा गया, ‘किसी भी तरह की आपात स्थिति में, कृपया 112 पर कॉल करें.’

हिंसा प्रभावित इलाकों में सख्त चौकसी

दंगा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में जनजीवन पटरी पर लौट रहा है जहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बल मस्जिदों में जुमे की नमाज के मद्देनजर सख्त चौकसी बरत रहे हैं.

पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि वे अफवाहों को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं और लोगों के बीच भरोसा पैदा करने के लिए प्रभावित इलाकों के आस-पड़ोस में नियमित रूप से फ्लैग मार्च और बातचीत कर रहे हैं.

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों में दुकानें खुलने के साथ हालात सामान्य होते दिखे. हिंसा प्रभावित इलाकों में भी दुकानें और गलियां खुलती दिखीं.

प्रभावित इलाकों में सोमवार से अर्द्धसैनिक बलों के करीब 7,000 जवान तैनात हैं. इसके अलावा, दिल्ली के सैकड़ों पुलिसकर्मी शांति बरकरार रखने और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ड्यूटी पर मौजूद हैं.

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार से शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पों में कम से कम 38 लोगों की मौत हुई और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. नये नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा काबू से बाहर हो गई थी. इस हिंसा से प्रभावित इलाकों में जाफराबाद , मौजपुर , चांदबाग , खुरेजी खास और भजनपुरा शामिल हैं.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार रात को कहा कि पिछले 36 घंटों में उत्तरपूर्वी जिले से कोई भी बड़ी घटना सामने नहीं आई है. मंत्रालय ने कहा कि स्थिति सुधरने पर धारा 144 के तहत लगाई गई पाबंदियों में 10 घंटे की ढील दी जाएगी.ो

उत्तर-पूर्व जिले के प्रभावित इलाकों में सोमवार से करीब 7,000 अर्द्धसैनिक बल तैनात हैं. शांति कायम रखने के लिए दिल्ली पुलिस के सैकड़ों कर्मी ड्यूटी पर हैं.

उत्तरपूर्व दिल्ली में चार दिन पहले शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पों में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इस हिंसा से प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा शामिल हैं.

अदालत ने यूएपीए के तहत जांच के अनुरोध वाली याचिका पर केंद्र, दिल्ली सरकार से मांगा जवाब

दिल्ली उच्च न्यायालय ने उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के वास्ते अवैध गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत जांच के अनुरोध वाली याचिका पर केंद्र और दिल्ली सरकार से शुक्रवार को जवाब मांगा.

मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने याचिका पर दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय को नोटिस जारी किए.

अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 30 अप्रैल की तारीख तय की.

उत्तर पूर्व दिल्ली में पिछले 36 घंटे में कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई:गृह मंत्रालय

वहीं एक दिन पहले गृह मंत्रालय ने गुरुवार रात कहा था कि पिछले 36 घंटे में उत्तर पूर्वी दिल्ली से कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है.

गृह मंत्रालय ने रात करीब 10 बजे यह बयान जारी किया. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों और आला पुलिस अफसरों के साथ बैठक में राजधानी के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के हालात का जायजा लिया.

मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले के किसी प्रभावित थाना क्षेत्र से पिछले 36 घंटे में कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है, वहीं 514 संदिग्धों को या तो गिरफ्तार किया गया है या पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

गृह मंत्रालय ने कहा कि जांच के साथ-साथ और भी गिरफ्तारियां की जा सकती हैं.

उसने कहा कि हालात में सुधार देखते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा में शुक्रवार को कुल 10 घंटे की ढील दी जाएगी.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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