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Monday, 14 October, 2024
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बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष मेरे जीवन के पहले आंदोलनों में से एक था: नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के पास लोकतंत्र की ताकत है और भविष्य के लिए विजन है. इस पूरे क्षेत्र के लिए जरूरी है कि भारत और बांग्लादेश आगे बढ़े.

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नई दिल्ली: ढाका में बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिये लड़ने वाले भारतीयों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि यह मेरी जिंदगी के सबसे यादगार दिनों में से एक है. मैं आभारी हूं कि बांग्लादेश ने इस आयोजन में मुझे शामिल किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष मेरे जीवन के पहले आंदोलनों में से एक था.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था… बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था.’

मोदी ने कहा, ‘हमें ये ध्यान रखना चाहिए कि व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में दोनों के लिए समान अवसर हैं लेकिन दोनों के ही सामने आतंकवाद की एक सी चुनौती है. इस तरह की अमानवीय कृत्यों के विचार और शक्तियां अभी भी जारी है. हमें इसके लिए सतर्क और एकजुट रहना चाहिए.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के पास लोकतंत्र की ताकत है और भविष्य के लिए विजन है. इस पूरे क्षेत्र के लिए जरूरी है कि भारत और बांग्लादेश आगे बढ़े. इसलिए दोनों देशों की सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है.

मोदी ने कहा, ‘मैं सभी भारतीयों की तरफ से आप सभी को, बांग्लादेश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई देता हूं. मैं बॉन्गोबौन्धु शेख मुजिबूर रॉहमान जी को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने बांग्लादेश और यहां के लोगों के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया.’

पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लिये गर्व की बात है कि हमें शेख मुजीबुर रहमान को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित करने का अवसर मिला. प्रधानमंत्री मोदी ने रहमान की दोनों बेटियों को ये सम्मान सौंपा.

उन्होंने कहा, ‘ये एक सुखद संयोग है कि बांग्लादेश के आजादी के 50 वर्ष और भारत की आजादी के 75 वर्ष का पड़ाव, एक साथ ही आया है. हम दोनों ही देशों के लिए, 21वीं सदी में अगले 25 वर्षों की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है. हमारी विरासत भी साझी है, हमारा विकास भी साझा है.’

प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के युवाओं के लिए स्वर्ण जयंती स्कॉलरशिप की शुरुआत की. मोदी ने कहा, ‘मैं बांग्लादेश के 50 उद्यमियों को भारत आमंत्रित करना चाहता हूं. वे भारत आए हमारे स्टार्टअप से जुड़े. हम भी उनसे सीखेंगे, उन्हें भी हमसे सीखने का अवसर मिलेगा.’

पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश में भारत में बनी कोविड वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है, इसके लिए भारत खुश है.


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