नई दिल्ली: दिग्गज गायिका, स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का रविवार को 92वें साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया. वो बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती थीं.
रविवार को उनका इलाज करने वाले डॉक्टर प्रतीत समदानी ने बताया था कि गायिका लता मंगेशकर अभी भी आईसीयू में भर्ती हैं और मेरी निगरानी में हैं.
इलाज के दौरान ही उन्हें निमोनिया भी हो गया था. लता मंगेश्कर 92 साल की थीं और उन्हें उम्र से संबंधी अन्य समस्याएं थीं.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा, ‘देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है. पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी.’
उन्होंने कहा, ’30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है. लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी.’
30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 6, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज़ खो गई है. लताजी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की. उनके गाये हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों को सुना और गुनगुनाया है. उनका निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.
गौरतलब है कि दिग्गज गायिका और भारत रत्न लता मंगेशकर ने शंकर जयकिशन, मदन मोहन, जयदेव, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, एस डी बर्मन, नौशाद और आर डी बर्मन से लेकर रहमान तक हर पीढ़ी के संगीतकारों के साथ काम किया है. 1950 के बाद कई दशकों तक लता मंगेशकर ने संगीत की दुनिया पर एकछत्र राज किया.
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