scorecardresearch
Saturday, 2 November, 2024
होमदेशअपराधसिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी सचिन बिश्नोई को अजरबैजान के बाकू से भारत लाई दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी सचिन बिश्नोई को अजरबैजान के बाकू से भारत लाई दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने कहा कि पुलिस आज मामले पर एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी.

Text Size:

नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी सचिन बिश्नोई उर्फ सचिन थापन को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने अजरबैजान के बाकू से भारत प्रत्यर्पित कर दिया है.

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने कहा कि पुलिस आज मामले पर एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी.

धालीवाल ने कहा, “आज स्पेशल सेल ने सचिन बिश्नोई को बाकू, अजरबैजान से प्रत्यर्पित किया है. उसने (सचिन बिश्नोई ने) गोली लगने के दो दिन बाद सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.”

कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का रिश्तेदार सचिन मई 2022 में मूसेवाला की हत्या के बाद से फरार था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले लॉरेंस बिश्नोई को पिछले साल अगस्त में अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था.

सिद्धू मूसेवाला की हत्या से कुछ दिन पहले, बिश्नोई जाली पासपोर्ट का उपयोग करके देश से भाग गया.

इस बीच, इस महीने की शुरुआत में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के प्रमुख सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया था.  साथ ही, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात जेल से दिल्ली लाया गया है और राष्ट्रीय राजधानी की मंडोली जेल में रखा गया है.

28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके एक दिन बाद पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा कवर कम कर दिया था.

गायक को बेहद नजदीक से गोली मारी गई थी और मनसा सिविल अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया था. हमलावरों ने मूसेवाला पर 30 राउंड से अधिक गोलियां चलाईं, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने ड्राइवर की सीट पर गिरा हुआ पाया.

जांच से पता चला कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई हत्या का मास्टरमाइंड था. इस मामले में उनके करीबी सहयोगी गोल्डी बरार, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह कनाडा में रहता है, भी जांच के दायरे में था. पुलिस ने इंटरपोल के जरिए बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया था.

यह घटना पंजाब पुलिस द्वारा मूसेवाला सहित 424 लोगों की सुरक्षा वापस लेने के दो दिन बाद हुई थी.

मूसेवाला ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मनसा से चुनाव लड़ा था, लेकिन आप के विजय सिंगला से हार गए थे. 23 नवंबर को, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिश्नोई को दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए युवाओं को भर्ती करने की कथित साजिश से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया था.


यह भी पढ़ें: नूंह हिंसा में दो होमगार्ड जवान की मौत, 50 से अधिक घायल, खट्टर की लोगों से शांति की अपील, इंटरनेट बंद


 

share & View comments