नई दिल्ली: गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शुक्रवार को पुलिस ने कहा कि कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सहयोगी सचिन थापन को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है.
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि थापन की आजरबैजान में होने की आशंका पर दोनों देशों के ‘संयुक्त प्रयासों’ ने मिलकर काम किया जिसके बाद यह सफलता मिली है. यादव ने कहा, ‘…(मूसे वाला) परिवार को न्याय दिलाने के लिए.’
यादव ने कहा कि थापन गोल्डी बराड़ के संपर्क में है.
Big Development on #SidhuMooseWalaDeath case – Sachin Thapan, the person exchanging calls with Goldy Brar, is detained in Azerbaijan with support from the Government of India. Our combined efforts are there to provide justice to the family: DGP Punjab Gaurav Yadav
(File photo) pic.twitter.com/GDQuxY3VWF
— ANI (@ANI) August 30, 2022
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि आरोपी सचिन थापन बिश्नोई का पता लगाने में केंद्रीय एजेंसियों ने राज्य पुलिस की मदद की और उसे भारत वापस लाने के प्रयास जारी हैं.
मूसेवाला की हत्या से पहले सचिन और एक अन्य आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके देश छोड़कर भाग गये थे.
डीजीपी ने कहा कि सचिन लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक अन्य सदस्य गोल्डी बराड़ के संपर्क में था, जिसने गायक की हत्या की जिम्मेदारी ली है.
उन्होंने कहा, ‘वह शुरू में दुबई भाग गया था. भारत सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के समर्थन से, हमने पता लगाया है कि वह आजरबैजान में है. कानूनी प्रक्रिया चल रही है. हमें उम्मीद है कि उसे बहुत जल्द भारत लाया जाएगा.’
ऐसा माना जाता है कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई 28 वर्षीय गायक मूसेवाला को 7 अगस्त 2021 को यूथ अकाली दल के नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की ‘हत्या का बदला लेने’ के लिए मारना चाहता था. उसने कथित तौर पर अपराध के लिए बरार की मदद मांगी.
एक साल के अंदर, पंजाब के मनसा जिले में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गायक 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और इस साल की शुरुआत में मानसा से राज्य का चुनाव लड़ने में असफल रहे थे.
यह पता चला है कि बिश्नोई ने कथित तौर पर बरार की मदद से तिहाड़ जेल से मूसे वाला की हत्या की तैयारी की थी.
पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) प्रमोद बान ने जून में मीडिया को बताया था, ‘बिश्नोई ने पुलिस को गुमराह करने और अपने भाई अनमोल बिश्नोई और करीबी सहयोगी सचिन थापन को बचाने की साजिश रची. हत्या की योजना बनाते हुए उन्होंने हत्या से पहले देश से भागने की व्यवस्था की.
सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया था कि अनमोल और थापन दुबई के रास्ते अमेरिका भाग गए थे, यह कहते हुए कि अनमोल जनवरी में चला गया था और वर्तमान में माना जाता है कि वह मैक्सिको में है, जबकि थापन ने अप्रैल में देश छोड़ दिया था.
उन्हें विदेश में बसाने के पीछे का तर्क यह था कि अनमोल और थापन पर किसी का ध्यान नहीं जाएगा और वो बड़े आराम से वहां से बैठकर मूसेवाला की हत्या की साजिश रच सकेंगे और उसे बड़ी आसानी से ध्यान दे सकेंगे.
दिप्रिंट द्वारा एक्सेस किए गए पासपोर्ट से संकेत मिलता है कि अनमोल ‘भानु प्रताप’ के नाम से देश छोड़कर भागा था, जबकि थापन ने ‘तिलक राज टूटेजा’ के रूप में देश छोड़ा था.
पुलिस के अनुसार अनमोल के खिलाफ 18 मामले हैं और वह अक्टूबर 2021 में जोधपुर जेल से जमानत पर रिहा हुआ था, जबकि थापन पर12 मामले दर्ज हैं.
यह भी पढ़ें: खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच झारखंड UPA के विधायक छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंचे