नई दिल्ली: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने फ़ैसला किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप के बाद दिल्ली के बाजार खुले रहेंगे. इस फ़ैसले के पीछे दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ हुई गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में हुई घोषणाएं भी शामिल हैं.
हालांकि, अगर कोरोना के कारण किसी बाजार में कोई चिंताजनक स्थिति बनती है तो वहां ऑड-ईवन का फार्मूला अपनाया जा सकता है. ऐसे में प्रभावित बाज़ार में सप्ताह में 4 दिन दुकानें खुली रहेंगी और 3 दिन बंद रहेंगी. इस बारे में स्थानीय व्यापारी संगठन निर्णय ले सकते हैं.
यह निर्णय कैट के व्यापारी नेताओं की एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रविवार को लिया. कॉन्फ्रेेंस में लगभग 275 व्यापारी नेता शामिल थे. इस दौरान कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, ‘दिल्ली में बढ़ते मामलों और टेस्ट की दयनीय स्थिति पर नियंत्रण के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उठाए गए कदमों से दिल्ली के व्यापारियों को बहुत उम्मीद है की जल्द ही दिल्ली में स्थिति सुधरेगी.’
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं की जबरदस्त किल्लत है. इस बारे में कैट ने गृह मंत्री शाह, उपराज्यपाल बैजल, शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी और मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर उनसे कोरोना के खिलाफ एक मजबूत चिकित्सा व्यवस्था करने का आग्रह किया था.’
कैट ने कहा कि पिछले 10 दिनों में दिल्ली की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई. स्थिति तब और घबराहट से भर देने वाली हो गई जब मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा की जुलाई तक दिल्ली में 5.32 लाख़ मामले हो जायेंगे. ऐसे आंकड़ों से न केवल व्यापारियों में बल्कि आम लोगों में भी कोरोना को लेकर भय व्याप्त हो गया था.
हालांकि, खंडेलवाल ने संतोष जताया कि गृह मंत्री शाह ने जो कदम उठाए हैं उससे कोविड की टेस्टिंग बढ़ेगी और केंद्र सरकार की संयुक्त देखरेख में अस्पताल और चिकित्सा सुविधाओं के बढ़ने से कोविड रोगियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. दिल्ली में रविवार को हुई मीटिंग से कैट के सदस्यों में भरोसा आया है.
दिल्ली के कुछ बाजारों ने अपनी दुकानों को 30 जून तक पूरी तरह से बंद करने का पहले से ही कर रखा है. कुछ बाजार वैकल्पिक दिनों में काम कर हैं जबकि कुछ सप्ताह में 4 दिन काम करना चाहते हैं. यानी इस तरह के बाज़ारों ने ऑड-ईवन को अपनाया हुआ है.
इसके पहले दिल्ली में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने की वजह से एक बार फिर से बाजार बंद होने की आशंका थी. इस संदर्भ में दिल्ली के व्यापारियों की राय भी ली गई. इनमें 92.8 प्रतिशत व्यापारियों ने माना है कि बाजारों के खुलने से कोरोना तेजी से फैल रहा है.
कैट द्वारा करवाए गए इस सर्वे में 88.1 फीसीद व्यापारी बाजार बंद करने के पक्ष में दिखे. कैट ने एक ऑनलाइन सर्वे की जानकारी केंद्रीय मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री सहित दिल्ली के उपराज्यपाल और सीएम से भी साझा की है. हालांकि, रविवार को दिल्ली में हुई शाह, बैजल और केजरीवाल की बैठक ने व्यापारियों में भरोसा कायम करने का काम किया है.
गृहमंत्री शाह ने दिल्ली के लेफ़्टिनेंट गवर्नर बैजल और सीएम केजरीवाल के साथ कोविड की स्थिति को लेकर जो बैठक की उसमें कई अहम फ़ैसले लिए गए. बड़े फ़ैसलों में दिल्ली में टेस्टिंग बढ़ाना, बेड्स की संख्या बढ़ाने के लिए रेलवे कोच देना और निजी अस्पतालों की भारी कीमत पर लगाम लगाना शामिल हैं.
बैठक के फ़ैसलों पर चर्चा करते हुए शाह ने कहा, ‘मोदी सरकार दिल्ली में कोविड- 19 के प्रसार को फ़ैलने से रोकने को लेकर प्रतिबद्ध है. दिल्ली के लोगों की सुरक्षा और इंफ़ेक्शन के फ़ैलने से जुड़े आज कई फ़ैसले लिए गए हैं.’ मीटिंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन भी मौजूद थे.
दिल्ली में कोरोनावायरस का संक्रमण बहुत ही तेजी से फैल रहा है. शुक्रवार शाम को आए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 2137 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 36,824 हो गया है. बीते 24 घंटों में 667 मरीज ठीक हुए हैं.
अब तक कुल 13,398 मरीज ठीक हो चुके हैं. पिछले 24 घंटों में 71 मरीजों की मौत हुई. दिल्ली में अब तक कुल 1214 लोगों की मौत कोरोनावायरस के संक्रमण से हो चुकी है. दिल्ली में अभी भी 22,212 एक्टिव केस हैं. वहीं भारत में कोरोना के मामलों की संख्या 3 लाख के पार पहुंच चुकी है.