नई दिल्ली: कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में 7 आतंकवादी मारे गए जिनमें से तीन पाकिस्तानी थे. कश्मीर के आईडीपी विजय कुमार ने यह जानकारी दी है.
विजय कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘कश्मीर के कुपवारा में रविवार को एक एनकाउंटर शुरू हुआ था, लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रखने वाले पाकिस्तान के दो आतंकवादियों को कल ही मार दिया गया था. आज सुबह भी एक आतंकवादी को मार गिराया. शोपेन के एक लोकल आतंकवादी शौकत को भी इसी ऑपरेशन में मार दिया गया.’
अधिकारी ने कहा, ‘पुलवामा में, लश्कर-ए-तैयबा का एक स्थानीय आतंकवादी मारा गया. कुलगाम में, जैश-ए-मोहम्मद का एक स्थानीय आतंकवादी और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक आतंकवादी मारा गया. अब तक कुल सात आतंकवादी मारे गए हैं. तीन पाकिस्तानी थे और चार स्थानीय आतंकवादी थे. कुपवाड़ा और पुलवामा में मुठभेड़ हुई थी. अभी कुलगाम में तलाशी जारी है.’
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक रविवार को पुलवामा के चटपोरा इलाके और कुलगाम के डीएच पोरा इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई.
इस बीच, कुपवाड़ा पुलिस ने एक गिरफ्तार आतंकवादी शौकत अहमद शेख के खुलासे पर सेना के 28RR के साथ एक संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया.
सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं क्योंकि कश्मीर में टारगेटेड मर्डर की घटनाएं हुई हैं और अल्पसंख्यक समुदाय के वर्गों ने धमकी दी थी कि अगर सरकार ने उन्हें स्थानांतरित नहीं किया तो वे बड़े पैमाने पर पलायन की तैयारी कर रहे थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अभी जम्मू और कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर थे, उन्होंने लोगों से सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया था और कहा था कि आने वाले महीनों में चुनावी प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है.
राजनाथ सिंह ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान का भी जिक्र किया और कहा कि कुछ ताकतें केंद्र शासित प्रदेश में नफरत के बीज बोने की कोशिश कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल ही में लक्षित हत्याओं में एक विदेशी साजिश है और इस तरह के प्रयासों को विफल कर दिया जाएगा.
वह आज यहां महाराजा गुलाब सिंह के ‘राज्याभिषेक समारोह’ की 200वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.