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Saturday, 21 December, 2024
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राम मंदिर भूमि पूजन के निमंत्रण कार्ड में सिक्योरिटी कोड, मंदिर माॅडल पर डाक टिकट भी होगा जारी

राम मंदिर भूमि पूजन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर चाक चौबंद व्यवस्था होगी. मेहमानों को भेजे गए इनवाइट में सिक्योरिटी कोड लगाया गया है. परिसर में मोबाइल, कैमरा या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की इजाजत नहीं होगी.

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लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए भेजे गए ‘इनवाइट’ में सिक्योरिटी कोड लगाया गया है जिसको चेक कराने के बाद ही कार्यक्रम में एंट्री मिलेगी. राम जन्मभूमि पूजन कार्यक्रम में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था होगी.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को बताया कि इस कार्ड को लेकर एक बार कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करने वाला व्यक्ति बार-बार अंदर बाहर नहीं कर सकेगा. चंपत राय ने बताया, ‘कार्ड में लगाया गया सिक्योरिटी कोड केवल एक बार ही काम करेगा. इसे लेकर कोई कार्यक्रम स्थल तक आया और फिर किसी काम से बाहर गया तो वह अंदर प्रवेश नहीं पा सकेगा, क्योंकि दोबारा यह सिक्योरिटी कोड काम नहीं करेगा.’ यही नहीं परिसर में मोबाइल, कैमरा या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की इजाजत नहीं होगी.

इस मौके पर यूपी सरकार की ओर से मंदिर का डाक टिकट जारी किया जा रहा है. इस टिकट का लोकार्पण पीएम मोदी करेंगे. भूमि पूजन के कार्यक्रम और आने वाले मेहमानों की जानकारी देते हुए चंपत राय ने बताया, ‘इस आयोजन में हमने देश की 36 आध्यात्मिक परंपराओं के 135 संतों को निमंत्रण भेजा है. नेपाल के संत भी आयोजन में शामिल होंगे.’

ट्रस्ट के महासचिव राय के मुताबिक, ‘हरिद्वार के अखाड़ों से भी कई महंत आ गए हैं. संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी और दूसरे पदाधिकारी भी मंगलवार रात तक आ जाएंगे.’

हालांकि भूमि पूजन के दिन देश-दुनिया का ध्यान राम लला और उनके कपड़ों पर भी होने वाला है, इस खास तैयारी के बारे में चंपत राय ने बताया कि रामलला कपड़े क्या पहनेंगे ये पुजारी तय करते हैं. किस दिन किस रंग के कपड़े हों ये अधिकार पुजारी का है और यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.

बता दें कि इस खास दिन पर राम लला हरे रंग का कपड़ा पहनने जा रहे हैं. चंपत राय इसपर कहते हैं, ‘हरा रंग समृद्धि का प्रतीक है, हरियाली का खुशहाली का प्रतीक है. रंग के ऊपर चर्चा करना बुद्धि की विकलांगता का प्रतीक है जिनके पार्कों में हरियाली नहीं होती वह मकान की छतों पर गमला रखकर हरियाली की कोशिश करते हैं. यह हिंदुस्तानी की समृद्धि का प्रतीक है.’


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सिंघल के भतीजे होंगे शामिल

भूमि पूजन के दौरान अशोक सिंघल के बड़े भाई के सबसे बड़े बेटे पवन सिंघल शामिल होंगे. चंपत राय ने कहा कि 5 अगस्त के कार्यक्रम के यजमान सलिल सिंघल हैं.

चंपत राय ने कहा कि हमने अयोध्या में रहने वाले उन परिवार के सदस्यों को बुलाया है जिनके परिवार के बच्चे गोली से मारे गए. सिख, बौद्ध, आर्यसमाजी, जैन, वैष्णव आदि सब परंपरा के लोग भूमि पूजन में आ रहे हैं. हमने इकबाल अंसारी को भी बुलाया है. जिन्हें नहीं बुलाया जा सका उन्हें व्यक्तिगत फोन कर माफी मांगी है. कोरोना महामारी को देखते हुए निमंत्रण भेजे जाने के दौरान आयु का भी ध्यान रखा गया है. 90 साल के व्यक्तियों का इस कार्यक्रम में आना ठीक नहीं रहेगा इसलिए उनसे माफी मांगी गई है.

बता दें कि इस कार्यक्रम में देश के लगभग 2000 पावन तीर्थ स्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का जल राम भक्तों ने भूमि पूजन के लिए भेजा है. साथ ही देश भर के साधू संतों ने रामलला के लिए भेट भी भेजी है.

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