scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशकथित आबकारी नीति घोटाले में केजरीवाल से पूछताछ के कारण CBI मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है

कथित आबकारी नीति घोटाले में केजरीवाल से पूछताछ के कारण CBI मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है

अर्धसैनिक बलों को भी सीबीआई मुख्यालय और ‘आप’ कार्यालय के बाहर तैनात किया जाएगा. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि सीबीआई, ईडी के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे.

Text Size:

नई दिल्ली: कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ से पहले आज राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मुख्यालय के बाहर दिल्ली पुलिस के जवानों और अर्धसैनिक बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है. इसकी जानकारी पुलिस ने दिप्रिंट को दी.

पुलिस का कहना है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए ऐसा किया जाएगा. साथ ही एहतियात के तौर पर सीबीआई मुख्यालय के आसपास के क्षेत्र को भी बैरिकेड्स से बंद कर दिया जाएगा.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अर्धसैनिक बलों के साथ 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की भी तैनाती होगी, जो सीबीआई मुख्यालय और आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय के बाहर तैनात रहेंगे.

केजरीवाल को सुबह 11 बजे एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘यह सीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए किया जा रहा है. हमें आप कार्यकर्ताओं द्वारा लामबंदी के बारे में जानकारी मिली है.’

अधिकारियों ने कहा, ‘यह सुनिश्चित करने के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था की गई है कि जांच एजेंसी अपना काम ठीक से कर सके. राउज एवेन्यू स्थित ‘आप’ के कार्यालय के बाहर भी सुरक्षा कड़ी की जाएगी. हमारे साथ अर्धसैनिक बल हैं और उन्हें जरूरत के हिसाब से तैनात किया जाता है. रविवार को उन्हें सीबीआई मुख्यालय के बाहर तैनात किया जाएगा.’

दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के लगभग दो महीने बाद सीबीआई ने केजरीवाल को समन जारी किया है. सिसोदिया, जो एजेंसी द्वारा दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में आरोपी नंबर 1 हैं, वर्तमान में तिहाड़ में बंद हैं.

दिल्ली के सीएम ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा था कि उनकी पार्टी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के खिलाफ ‘झूठी गवाही देने और अदालत में झूठे सबूत पेश करने’ के लिए मामला दर्ज करेगी.

वहीं आप प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बाद में ट्वीट किया, ‘मामले मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण हैं. कोई आश्चर्य नहीं कि उन्हें कभी सबूत या कथित अपराध की कथित आय नहीं मिली.’

शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियों को कथित आबकारी नीति घोटाले की जांच करने का काम सौंपा गया है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें अब तक सब कुछ मिल गया होगा, पैसे भी.’ 

उन्होंने कहा, ‘जिस दिन मैंने दिल्ली विधानसभा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बोला, मुझे पता था कि अगली बार मुझे तलब किया जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा नेता कल से कह रहे हैं कि केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाएगा. अगर भाजपा ने सीबीआई को गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं तो सीबीआई उनके आदेशों की अवहेलना कैसे कर सकती है? उन्हें भाजपा के आदेशों का पालन करना होगा.’


यह भी पढ़ें: ‘अदालत के निर्णय से सहमत नहीं’, मानहानि केस में राहुल गांधी को मिला केजरीवाल का साथ


पूछताछ

अब तक, केजरीवाल को कथित दिल्ली आबकारी घोटाले के संबंध में सीबीआई या ईडी द्वारा मामलों में आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया था. यह पहली बार है जब उन्हें इस मामले में सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है.

सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, उनसे दिल्ली सरकार की अब वापस ली गई आबकारी नीति में संशोधन में कथित अनियमितताओं के बारे में पूछताछ की जाएगी, क्योंकि एजेंसी को संदेह है कि इसने शराब कारोबारी समेत कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया.

एजेंसी ने 2021 में शुरू की गई दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए पिछले साल प्राथमिकी दर्ज की थी.

एक सूत्र ने दिप्रिंट को बताया था, ‘केजरीवाल इस बात से अवगत थे कि लाइसेंस शुल्क में छूट, कमी और एल -1 लाइसेंस (शराब व्यापार में थोक वितरण अनुभव के साथ व्यावसायिक संस्थाओं को दी गई) के विस्तार जैसे अनुचित एहसानों को लाइसेंसधारियों तक बढ़ाया जा रहा था. इन एहसानों के लिए मिली कथित रिश्वत के बारे में भी उनसे पूछताछ की जाएगी.’ 

सिसोदिया और अन्य सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आरोपों में शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ देना शामिल है, जिससे कथित तौर पर 140 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, और इन एहसानों के लिए रिश्वत प्राप्त करना, और घोटाले के लिए कई निजी कंपनियों के मालिकों के साथ मिलीभगत करना शामिल है.

ईडी द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, जिसकी एक प्रति दिप्रिंट के पास है, ‘आप’ मीडिया और संचार प्रभारी विजय नायर, जिन्होंने कथित तौर पर ‘साउथ ग्रुप’ से 100 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे, ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ इंडोस्पिरिट ग्रुप के मालिक समीर महेंद्रू के बैठक की व्यवस्था की थी. 

चार्जशीट में कहा गया है कि जब बैठक नहीं हुई, तो नायर द्वारा एक फेसटाइम कॉल की व्यवस्था की गई, जिसमें केजरीवाल ने कथित तौर पर महेंद्रू से कहा कि नायर ‘उनका लड़का है’ और उन पर भरोसा किया जाना चाहिए.

(संपादन: ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: CBI के नोटिस पर बोले अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय एजेंसियां हमें फंसाने के लिए अदालतों से झूठ बोल रहीं


 

share & View comments