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Monday, 23 December, 2024
होमएजुकेशनपहली बार पीएम मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' को होस्ट करेंगे केंद्रीय विद्यालय के छात्र, 50 दिव्यांग भी होंगे शामिल

पहली बार पीएम मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ को होस्ट करेंगे केंद्रीय विद्यालय के छात्र, 50 दिव्यांग भी होंगे शामिल

डिबेट जीतने वाले चार बच्चे प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम को होस्ट करेंगे. इनमें दो लड़कियां और दो लड़के शामिल हैं.

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नई दिल्ली: पीएम मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के प्रस्तोता पहली बार बच्चे होंगे. केंद्रीय विद्यालय के चार बच्चे सितंबर महीने में एक डिबेट प्रोग्राम में हिस्सा लिए थे. उनमें से जीतने वाले ये चारों बच्चे पीएम मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को होस्ट करेंगे. इनमें दो लड़कियां और दो लड़के शामिल होंगे. इनके अलावा 50 दिव्यांग बच्चे भी इस कार्यक्रम का अहम हिस्सा होंगे.

ये जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव आरसी मीणा ने दी है.

सीबीएसई, माय जीओवी, केंद्रीय विद्यालय और अन्य स्कूलों की 50 पेंटिंग्स भी इस दौरान चुनी गई हैं. एक जैसे सवालों को एक साथ क्लब किया जाएगा. इस कार्यक्रम को 15 करोड़ लोगों द्वारा देखे जाने (viewership) की उम्मीद. इस बार सिर्फ़ बच्चों के सवाल होंगे. कार्याक्रम को 30 देशों में टेलिकॉस्ट किया जाना है. इन देशों से भी सवाल लिए जाएंगे. इसके लिए तीन लाख 10 हज़ार रजिस्ट्रेशन हुआ है जिसमें 2 लाख 63 हज़ार ने हिस्सा लिया है.

कार्यक्रम में पहली बार 50 दिव्यांग छात्र भी होंगे शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में पहली बार देशभर से 50 दिव्यांग स्कूली छात्र भाग लेंगे.

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यहां तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने वाले इस सत्र में मोदी छात्रों और शिक्षकों से परीक्षा के तनाव को दूर करने पर संवाद करेंगे.

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर सी मीना ने कहा, ‘पहली बार देश के विभिन्न हिस्सों से 50 दिव्यांग छात्र कार्यक्रम में शामिल होंगे और उन्हें प्रधानमंत्री से बातचीत करने का अवसर मिलेगा.’

कार्यक्रम में कुल 2000 विद्यार्थी और शिक्षक भाग लेंगे जिनमें से 1050 छात्रों का चयन एक निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है.

उन्होंने बताया कि पिछले साल करीब 1.4 लाख छात्रों की प्रविष्टियां देशभर से मिली थीं. इस बार यह संख्या बढ़कर लगभग 2.6 लाख हो गयी है.

मोदी ने 2018 में आयोजित ऐसे सत्र में छात्रों के 10 प्रश्नों के उत्तर दिये थे और पिछले साल 16 सवाल लिये थे.

पहले इस साल यह सत्र 16 जनवरी को होना था लेकिन देशभर में विभिन्न पर्वों की वजह से इसे टाल दिया गया.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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