नई दिल्ली: यस बैंक संस्थापक और पूर्व सीईओ राणा कपूर को शनिवार को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय ले जाया गया. शुक्रवार को ही ईडी ने कपूर के पश्चिमी मुंबई में उनके समुद्र महल स्थित घर पर भी छापेमारी की की थी. राणा कपूर पर लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है जिसकी वजह से अब वह देश के बाहर नहीं जा सकेंगे.
गौरतलब है कि कपूर तथा अन्य के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है और छापे की कार्रवाई इसी सिलसिले में की गई थी.
मुंबई: यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय(ED) के कार्यालय ले जाया गया है। अधिक जानकारी का इंतज़ार है। #YesBank pic.twitter.com/A6ZaQ0OZux
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 7, 2020
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उनके समुद्र महल आवास पर की जा रही है. यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना है.
अधिकारियों ने बताया कि ईडी की टीम कपूर से उनके घर पर पूछताछ भी कर रही है.
एजेंसी एक कॉर्पोरेट कंपनी डीएचएफएल को कर्ज देने में राणा की भूमिका की जांच कर रही है. आरोप है कि कर्ज के बदले में कपूर की पत्नी के खातों में कथित तौर पर रिश्वत की रकम भेजी गई थी. एजेंसी अन्य कथित अनियमितताओं की भी जांच कर रही है.
एसबीआई बनेगी यस बैंक की संकटमोचक
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख रजनीश कुमार ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त यस बैंक के पुनर्गठन के लिए बैंक को योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है.
उन्होंने कहा कि बैंक के अधिकारी मसौदा योजना का सावधानी से अध्ययन कर रहे हैं.
कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया,’हमें यस बैंक के पुनर्गठन के लिए योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है. हमारी निवेश एवं कानूनी टीम सावधानी से इसे देख रही है.’
उन्होंने बताया कि कई संभावित निवेशकों ने मसौदा योजना को देखने के बाद एसबीआई का रुख किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि साझेदारों के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा.
शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी के संकट से जूझ रहे येस बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना लाने की घोषणा की थी.
रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को सरकार से मशविरा करने के बाद यस बैंक पर रोक लगायी और उसके निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया है. वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है. यस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा. जिसके बाद से ही बैंक के ग्राहकों और निवेशकों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. लगातार लोग बैंक के एटीएम के बाहर पैसे निकालने के लिए कतार लगाए हुए हैं. लोगों में बढ़ती बेचैनी को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ग्राहकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है.’
(भाषा के इनपुट्स के साथ)