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Saturday, 16 November, 2024
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क्लाइमेट को बचाना हमारी जिम्मेदारी, लोगों की भलाई के लिए तकनीक को बढ़ावा देना होगाः श्रीश्री रविशंकर

श्री श्री रविशंकर ने कहा कि “हमारी जलवायु को संरक्षित करना समय की आवश्यकता है और सभी तकनीकों को जो लोगों और समाज की भलाई के लिए हैं, को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए."

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नई दिल्लीः ‘ऊर्जा की बचत बहुत आवश्यक है, अगर हम ऐसे अप्लायंसेज़ यूज़ करें जो ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रसिटी को सेव कर सकें तो यह भारत के लिए काफी अच्छा रहेगा.’ ये मानना है स्पिरिचुअल गुरू और आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के फाउंडर श्री श्री रविशंकर का.

श्री श्री ने कूल फैन के लॉन्च के मौके पर ये बात कही. दरअसल, देश की सबसे बड़ी आरओ निर्माता कंपनी केंट आरओ ने पंखों की दुनिया में कदम रखा है. उसका दावा है कि मेड इन इंडिया पहल के तहत ‘कूल’ ब्रैंड से लॉन्च किए गए बीएलडीसी तकनीक पर आधारित उसके पंखे आम पंखों की तुलना में 65 फीसदी तक बिजली की बचत करते हैं.

इस मौके पर श्री श्री रविशंकर के अलावा केंट आरओ की ब्रैंड एंबेसडर हेमा मालिनी भी मौजूद थीं.

लॉन्च के दौरान बताया गया कि यदि भारत भर में सभी घरों और अन्य जगहों पर लगे सभी 120 करोड़ घरेलू पंखे बीएलडीसी तकनीक में बदल जाते हैं तो ये पंखे कुल मिलाकर 2 लाख करोड़ रुपये तक की बिजली बिल बचा सकते हैं क्योंकि ये पंखे कम से कम 65 प्रतिशत तक बिजली की बचत करते हैं.

मौजूदा पंखा एक पारंपरिक इंडक्शन-आधारित मोटर के साथ आता है जो काफी पुरानी तकनीक हो चुकी है और ये बहुत अधिक बिजली की खपत करता है. बता दें कि बीएलडीसी पंखों के माध्यम से बचाई गई ऊर्जा भारत में 500 मेगावाट उत्पादन क्षमता के 40 पावर प्लांट में पैदा होने वाली बिजली को बचाने में मदद कर सकते हैं.

भारत ने एनर्जी-एफीशिएंट लाइट्स, एसी और रेफ्रिजरेटर को बढ़ावा देने में काफी प्रगति की है, वहीं आज भी जिन 90 प्रतिशत घरों में सीलिंग फैन्स का उपयोग किया जाता है, वर्तमान में उनमें से केवल 3 प्रतिशत ही एनर्जी-एफीशिएंट पंखे हैं.”

डॉ. महेश गुप्ता, सीएमडी, केंट आरओ सिस्टम्स लिमिटेड ने कहा कि, “भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर, ये सभी पंखे केंट की आरएंडडी टीम द्वारा डिजाइन किए गए हैं और 100 प्रतिशत मेड इन इंडिया हैं. ये पंखे वाईफाई और आईओटी फीचर्स से भी युक्त हैं और स्मार्टफोन, एलेक्सा या वॉयस कंट्रोल फीचर्स के जरिए नियंत्रित किए जा सकते हैं. इनमें एक नया रिवर्स फंक्शन भी दिया गया है जो कमरे के चारों ओर गर्म हवा को प्रभावी ढंग से प्रसारित करता है. इसके अलावा, कूल पंखों को पुरानी तकनीक और शोर करने वाले पंखों की की तुलना में कम से कम शोर पैदा करते हुए अधिक से अधिक एयरफ्लो प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.”

श्री श्री रविशंकर ने कहा कि “हमारी जलवायु को संरक्षित करना समय की आवश्यकता है और सभी तकनीकों को जो लोगों और समाज की भलाई के लिए हैं, को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.”

इस मौके पर केंट आरओ की ब्रांड एंबेसडर हेमा मालिनी भी मौजूद थीं उन्होंने केंट के साथ अपने 17 साल के लंबे जुड़ाव को याद किया और कहा कि जिस तरह से ब्रांड ने अपनी यात्रा जारी रखी है, वैसे ही उसे सफलता से पूरा किया है. हेमा मालिनी ने कहा कि “मैं इस इनोवेशन का हिस्सा बनकर खुश हूं. मुझे यकीन है कि केंट के आरओ प्यूरीफायर की तरह लोग केंट के ऊर्जा बचाने वाले पंखों को भी पसंद करेंगे.”

इंडक्शन पंखे, जो वर्तमान में उपयोग किए जा रहे हैं, एक ऐसा उत्पाद है जो 80 वॉट बिजली की खपत करते हैं. 100 करोड़ से ज्यादा इंडक्शन पंखे लाखों यूनिट बर्बाद कर रहे हैं. इस समस्या का समाधान करते हुए ऐसे फैन्स लॉन्च करने की कोशिश की जा रही है जो कम बिजली की खपत करे. बीएलडीसी तकनीक का उपयोग कर निर्मित ये पंखे सीलिंग फैन इंडस्ट्री के लिए वरदान साबित होंगे.

सामान्य इंडक्शन मोटर-आधारित पंखों के विपरीत, बीएलडीसी फैन्स ब्रशलेस इलेक्ट्रिक डीसी मोटर के साथ आते हैं जो परमानेंट मैग्नेट का उपयोग करता है. बीएलडीसी मोटर्स का उपयोग फ्रिक्शन यानि घर्षण, मोटर शोर और स्पार्क्स की संभावना को समाप्त करता है जो आमतौर पर कम्यूटेटर के साथ ब्रश के निरंतर संपर्क के कारण सामान्य पंखों के मामले में होता है. इन पंखों में चूंकि टूट-फूट की संभावना समाप्त हो जाती है, ऐसे में बीएलडीसी मोटर्स के पास सामान्य इंडक्शन मोटर्स की तुलना में लंबे समय तक चलने की क्षमता है.


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