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Wednesday, 8 May, 2024
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कोरोनावायरस से लोगों को बचाना हमारा फर्ज, दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार: सत्येंद्र जैन

देश में कोरोना के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर दिल्ली में आम आदमी पार्टी इससे निपटने के लिए कितना तैयार है? इसको लेकर दिप्रिंट ने दिल्ली के स्वास्थ्य व बिजली मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन से बात की.

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नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर आम लोगों के सवाल हैं कि सरकारें लॉकडाउन के अलावा इस महामारी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी इस महामारी से लड़ने के लिए कितनी तैयार है? क्या कोविड 19 से लड़ने के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं? इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए दिप्रिंट ने दिल्ली के स्वास्थ्य व बिजली मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन से बात की.

सत्येंद्र जैन बताते हैं, ‘दिल्ली में लॉकडाउन सफल हो उसके लिए राशन कार्डधारियों को छह किली गेहूं और डेढ़ किलो चावल प्रतिदिन दिया जा रहा है. इसके अलावा सरकार बिना राशन कार्ड वालों को भी फ्री राशन कार्ड देना शुरू करेगी. इस बीमारी की चेन तोड़ने का एकलौता उपाय है कि सोशल डिस्टेंसिंग की जाए. साथ ही सरकार हर रोज करीब चार लाख लोगों को खाना भी खिला रही है. दिल्ली में 237 रैनबसेरों और 600 स्कूलों में रोज सुबह-शाम लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा रहा है.’

साक्षात्कार में वो दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर बात करते हुए कहते हैं, ‘हमने 1787 लोगों के टेस्ट कराए हैं. जिसमें से 1346 लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है. इसमें 49 लोगों को कोरोना के मामले में पॉजिटिव पाए गए हैं. ये आंकड़ा इस बात का विश्वास दिलाता है कि दिल्ली में हालात काबू में हैं और अभी हम कोरोना की तीसरी स्टेज में नहीं पहुंचे हैं. तीसरी स्टेज को ध्यान में रखते हुए हमने डॉक्टरों की टीम तैयार की है जो आगे का प्लान बना रही है.’

दिप्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस टीम ने दिल्ली सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है जिसके मुताबिक दिल्ली की स्थिति काबू में तो है लेकिन सरकार को टेस्टिंग बढ़ा देनी चाहिए. जैन के मुताबिक अभी तक दिल्ली सरकार केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए प्रोटोकॉल को ही फॉलो कर रही है जहां लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की ही जांच की जा रही है.

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लेकिन जैसा कि अरिवंद केजरीवाल पहले भी क्लियर कर चुके हैं कि अगर दिल्ली में कोरोना तीसरे स्टेज में पहुंचता है और हर रोज 1000 नए पॉजिटिव केस भी आते हैं तो सरकार उसके लिए भी तैयारी कर रही है. इन तैयारियों के बारे जैन बताते हैं, ‘पिछले दो महीने से सरकार ने कमर कसी हुई है. हमने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी और एलएनजेपी हॉस्टिपल को पूरी तरह कोविड 19 के लिए डेडिकेट कर दिया है. अभी तक कुल पांच अस्पतालों में 900 आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए गए हैं.’

पिछले दो दिन से सोशल मीडिया पर आनंद विहार बस अड्डे पर प्रवासी मजदूरों की तस्वीरें छाई रहीं. इन तस्वीरों को लेकर एक मैसेज भी वायरल हो रहा था कि दिल्ली सरकार ने इनकी बिजली काटकर इन्हें बाहर जाने के लिए मजबूर किया. इन खबरों का खंडन करते हुए जैन कहते हैं, ‘हमारे 52 लाख कन्ज्यूमर हैं. दिल्ली में ऐसा एक भी केस लाकर दिखा दें जिनकी बिजली काटी गई हो. ये फेक न्यूज है. बल्कि दूसरे राज्यों में बस मिलने की अफवाहों ने उन्हें घर से बाहर निकालने पर मजबूर किया लेकिन अब दिल्ली के लोग वापस घरों में लौट आए हैं.’

रैन बसेरों और मोहल्ला क्लीनिक के ऊपर आ रही मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर वो कहते हैं, ‘अगर कहीं कमी है तो उसे भी हम ठीक कर रहे हैं.’

गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मीडिया सरकार की खामियों पर रिपोर्ट करे ताकि उनका संज्ञान लेकर स्थिति बेहतर की जा सके. लेकिन जैसा कि दावा किया जा रहा है कि कोरोना की चपेट में वृद्ध लोग नहीं झेल पा रहे हैं ऐसे में उन बुजुर्गों का क्या जो राजधानी के वृद्धाश्रमों में रहने को मजबूर हैं. इस पर जैन जवाब देते हैं, ‘उन्हें जवान लोगों से अलग रखा जा रहा है और वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो किया जा रहा है.’

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