नई दिल्ली: दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन बृहस्पतिवार को दिल्ली की अदालत से एक अर्जी दाखिल कर यह निर्देश देने की मांग की है कि मीडिया को उनसे संबंधित सीसीटीवी की किसी भी क्लिप को प्रसारित करने से रोका जाए. कोर्ट ने इस पर कल मामले की सुनवाई करने को कहा है.
याचिका में कहा गया है कि सभी राष्ट्रीय मीडिया नियमित रूप से सत्येंद्र जैन के सीसीटीवी फुटेज चला रहे हैं. जैन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने कहा कि इस अदालत में मामले की जांच किए जाने के बावजूद उनके खिलाफ एक समानांतर मीडिया ट्रायल चल रहा है.
सीसीटीवी लीक मामले में सत्येंद्र जैन की अर्जी पर विशेष न्यायाधीश विकास ढुल ने बुधवार को तिहाड़ जेल प्राधिकरण को नोटिस जारी किया. कोर्ट इस मामले पर कल सुनवाई करेगी.
अदालत सत्येंद्र जैन की ओर दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी और जिसमें उन्होंने न्यायिक हिरासत के दौरान उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश देने की मांग की गई थी.
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सत्येंद्र जैन का न्यायिक हिरासत में 28 किलो वजन कम होने का दावा करते हुए, उनके वकील ने प्रस्तुत किया कि पहले जैन का वजन 103 किलोग्राम था और अब उनका वजन लगभग 75 किलोग्राम है.
इस पर विशेष न्यायाधीश विकास ढुल ने कहा कि सत्येंद्र जैन अपनी इच्छा और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार व्रत रख रहे हैं, इसलिए वजन कम होना स्वाभाविक है.
सत्येंद्र जैन के वकील ने भी अदालत में कहा कि उनके मुवक्किल में प्रोटीन की कमी है.
तिहाड़ जेल की ओर से पेश हुए अधिवक्ता अभिजीत शंकर ने कहा कि तिहाड़ के अधिकारियों पर लगे आरोप कि उन्होंने सत्येंद्र जैन के आहार और भोजन बंद कुछ कमी कर दी है, निराधार है. ‘ 3 दिनों में दिये गए भोजन को लेकर हम आहार विशेषज्ञ की रिपोर्ट जमा करेंगे. उनमें पोषण की कोई कमी नहीं है.’
अभिजीत शंकर ने बताया कि जेल अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है. कई कर्मचारी बदल गए हैं. हमें रेजीडेंट मेडिकल ऑफिसर से एक रिपोर्ट पाने की जरूरत है, लिहाजा हमें तीन दिन चाहिए.
सत्येंद्र जैन की ओर से राहुल मेहरा पेश हुए और कहा, ‘मैं गाजर मूली खाने लायक तो रह सकता हूं या वो भी नहीं दे सकते आप.’
इसके बाद, अदालत ने तिहाड़ के अधिकारियों को सत्येंद्र जैन के भोजन और आहार परिवर्तन के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया, अगर ऐसा किया गया हो तो. इसने तिहाड़ अधिकारियों को जैन की मेडिकल रिपोर्ट पर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने के लिए सोमवार तक का समय दिया है.
कल, सत्येंद्र जैन ने ट्रायल कोर्ट के समक्ष पेश हुए बताया कि उन्हें तिहाड़ जेल में कोई विशेषाधिकार नहीं मिल रहे हैं, और हिरासत में लगभग 28 किलोग्राम वजन कम हो गया है क्योंकि उन्हें कोई उचित भोजन और चिकित्सा जांच नहीं मिल रही.
सत्येंद्र जैन के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कोर्ट के आदेश के बावजूद संवेदनशील जानकारी मीडिया को लीक कर रहा है.
वह उन्होंने कहा, ‘उनकी इस हरकत से मैं हर मिनट बदनाम होता हूं.’
राहुल मेहरा ने तिहाड़ जेल में विशेष सुविधा मिलने के ईडी के आरोपों का खंडन भी किया और पूछा कि वे किस विशेषाधिकार की बात कर रहे हैं.
उन्होंने सत्येंद्र जैन की तरफ से कहा, ‘मैंने जेल में 28 किलो वजन कम किया है. क्या जेल में एक विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्ति को यही मिलता है? मुझे उचित भोजन भी नहीं मिल रहा है. वे किस विशेषाधिकार की बात कर रहे हैं? अगर कोई कैदी उनके हाथ और पैर दबा रहा है तो जेल के नियम का उल्लंघन नहीं होता है?’
हालांकि, ईडी की ओर से पेश वकील जोहैब हुसैन ने सत्येंद्र जैन के वकील द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया और कहा कि प्रवर्तन निदेशालय से कोई भी फुटेज लीक नहीं हुई है. ईडी ने कहा, ‘हम चाहेंगे दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए.’
अधिवक्ता ज़ोहैब ने प्रस्तुत किया कि उनके (सत्येंद्र जैन और उनके अधिवक्ताओं) के अनुसार, उन्हें फिजियोथेरेपी की सलाह दी गई थी, इसलिए वह इसे ले रहे थे. ज़ोहैब ने कहा, ‘तिहाड़ के कई अधिकारियों को अब तक निलंबित किया जा चुका है. एलजी ने भी जांच शुरू की है. कुछ शीर्ष अधिकारियों के स्थानांतरण भी हुए हैं.’
ज़ोहेब हुसैन ने आगे कहा कि यह मान लेना कि हमारी ओर से लीक होना पूरी तरह बेतुका है.
ज़ोहैब ने कहा, ‘कुछ लीक नहीं हुआ है, न ही कुछ लीक होगा. सूचना को लीक करने के आरोप पर कहा कि यह पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में है.’
एडवोकेट राहुल मेहरा ने यह भी कहा है कि एजेंसियां पहले ही मुझे सूली पर चढ़ा चुके हैं.
मेहरा ने कोर्ट में कहा, ‘यहां तक कि अजमल कसाब को भी एक स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई मिली. मैं निश्चित रूप से उससे बुरा नहीं हूं. मैं केवल एक निष्पक्ष और स्वतंत्र ट्रायल चाहता हूं. कृपया उस तरह की मीडिया रिपोर्टों को देखें जो कि मेरे खिलाफ चल रही हैं और जो उनके हित में है.’
ईडी ने कहा, ‘अदालत को यह भी बताया गया कि कई एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि कैसे सत्येंद्र जैन को लाभ पहुंचाने के लिए तिहाड़ जेल ने समझौता किया. फुटेज जैन के वकील को भी दिया गया था. फुटेज का प्राथमिक स्रोत तिहाड़ जेल था.’
शनिवार को सत्येंद्र जैन विशेष अदालत पहुंचे और ईडी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की.
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