महाराष्ट्र: विजयदशमी के अवसर पर आरएसएस ने नागपुर में अपने मुख्यालय में परेड की. इस दौरान मंच पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौज़ूद रहें. विजयदशमी के अवसर पर नागपुर में RSS मुख्यालय में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने ‘शस्त्र पूजन’ किया.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, ‘जिस दिन हम स्वतंत्र हुए उस दिन स्वतंत्रता के आनंद के साथ हमने एक अत्यंत दुर्धर वेदना भी अपने मन में अनुभव की वो दर्द अभी तक गया नहीं है. अपने देश का विभाजन हुआ, अत्यंत दुखद इतिहास है वो, परन्तु उस इतिहास के सत्य का सामना करना चाहिए, उसे जानना चाहिए.’
जिस शत्रुता और अलगाव के कारण विभाजन हुआ उसकी पुनरावृत्ति नहीं करनी है। पुनरावृत्ति टालने के लिए, खोई हुई हमारे अखंडता और एकात्मता को वापस लाने के लिए उस इतिहास को सबको जानना चाहिए। खासकर नई पीढ़ी को जानना चाहिए। खोया हुआ वापस आ सके खोए हुए बिछड़े हुए वापस गले लगा सकें: RSS प्रमुख https://t.co/0ynqPn7lZQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
आरएसएस प्रमुख ने कहा- जिस शत्रुता और अलगाव के कारण विभाजन हुआ उसकी पुनरावृत्ति नहीं करनी है. पुनरावृत्ति टालने के लिए, खोई हुई हमारे अखंडता और एकात्मता को वापस लाने के लिए उस इतिहास को सबको जानना चाहिए. खासकर नई पीढ़ी को जानना चाहिए. खोया हुआ वापस आ सके खोए हुए बिछड़े हुए वापस गले लगा सकें.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने वार्षिक दशहरा संबोधन में कहा, हमारी सामाजिक चेतना अब भी जाति आधारित भावनाओं की ओर झुकाव रखती है.