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Thursday, 25 April, 2024
होमदेश'हम आज भी उग्रवाद का सामना कर रहे हैं,' फारूक अब्दुल्ला ने दिया संकेत उनकी पार्टी लेगी चुनावों में हिस्सा

‘हम आज भी उग्रवाद का सामना कर रहे हैं,’ फारूक अब्दुल्ला ने दिया संकेत उनकी पार्टी लेगी चुनावों में हिस्सा

सितम्बर 2018 में हुए पंचायत चुनाव और 2019 में हुए बीडीसी चुनाव नहीं लड़ने के बारे में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘ मुझे पछतावा है कि मेरी पार्टी ने चुनावों को नहीं लड़ा.’

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श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को इस बात का पछतावा है कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 2018 में हुए पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया था. उन्होंने दावा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का अगला विधानसभा चुनाव जीतेगी. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के बाद उन्होंने पहली बार संकेत दिया कि उनकी पार्टी चुनावों में हिस्सा लेगी.

नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने सितम्बर 2018 में पंचायत चुनाव नहीं लड़े थे और 2019 में खंड विकास परिषद (बीडीसी) के चुनाव का भी बहिष्कार किया था.

पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) को मजबूत करने के लिए आयोजित संसदीय सम्पर्क कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को फारूक अब्दुल्ला ने विश्वास व्यक्त किया कि जम्मू-कश्मीर में जल्द एक सरकार बनेगी, जिसमें अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे.

उन्होंने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हम जीतेंगे और मैं आपको यह अधिकार के साथ बता रहा हूं कि अगर वे स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराते हैं, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस यहां सबसे बड़ी पार्टी होगी.’

फारूक अब्दुल्ला के संबोधन के समय मंच पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे. सिन्हा से पंचायत नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘ देश के साथ खड़े राजनेता, आतंकवादियों के निशाने पर हैं और उनकी रक्षा करना देश का कर्तव्य है.’

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उग्रवाद और पछतावा

नेकां प्रमुख ने यह भी कहा, ‘हम अभी भी उग्रवाद का सामना कर रहे हैं और ईश्वर जानता है कि भविष्य में क्या होगा. इसलिए, सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक जिसकी हमें देखभाल करने की आवश्यकता है, वह है पंचायत सदस्यों की सुरक्षा क्योंकि वे पहला लक्ष्य हैं.’

सितम्बर 2018 में हुए पंचायत चुनाव और 2019 में हुए बीडीसी चुनाव नहीं लड़ने के बारे में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘ मुझे पछतावा है कि मेरी पार्टी ने चुनावों को नहीं लड़ा.’

अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘‘वे फोन नहीं उठाते जैसे उनके ऊपर कोई भूत मंडरा रहा हो.’ उन्होंने सिन्हा से अनुरोध किया कि वे अधिकारियों को लोगों के फोन कॉल का जवाब देने का आदेश दें.

उन्होंने कहा, ‘ जल्द ही जम्मू-कश्मीर में एक सरकार का गठन होगा, जिसके कार्यकाल में सरकारी अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे.’

अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते हैं, तो नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी पार्टी होगी. उन्होंने जो किया उसके लिए कल उन्हें (केंद्र) जवाबदेह ठहराया जाएगा. उन्हें लोगों के लिए काम करना होगा.’

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी मौजूद थीं.


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