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Thursday, 6 June, 2024
होमदेशउत्तर प्रदेश में हर दिन टूट रहा कोरोना के मामलों का रिकॉर्ड, लखनऊ-कानपुर बने सबसे बड़े 'हॉटस्पॉट'

उत्तर प्रदेश में हर दिन टूट रहा कोरोना के मामलों का रिकॉर्ड, लखनऊ-कानपुर बने सबसे बड़े ‘हॉटस्पॉट’

यूपी कांग्रेस के प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने रविवार को कहा कि पूरे प्रदेश में अस्पतालों की स्थिति बेहद खराब है. मरीजों की जांच नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए बेड नहीं है.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 3260 कोरोना के मामले आए हैं जो कि एक दिन में सबसे अधिक हैं. राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 23,921 हो गई है. इनमें सबसे अधिक मामले लखनऊ और कानपुर में हैं. लखनऊ में अब तक 3210 सक्रिय मामले हैं तो वहीं कानपुर में 1791 मामले हैं.

प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी व औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने मीडिया को ये आंकड़े बताते हुए कहा कि 2792 मामले होम आइसोलेशन में हैं बाकि सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 1426 कोरोना मरीजों की यूपी में मौत हो चुकी है. वहीं बीते 24 घंटे में 39 मौतें हुई हैं.

बता दें कि इससे पहले शनिवार को 2971 नए मरीज सामने आए थे जो कि शनिवार तक सबसे अधिक थे. जिस तरह से प्रदेश में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है उसको देखते हुए विपक्षी दलों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.

यूपी कांग्रेस के प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने रविवार को कहा कि पूरे प्रदेश में अस्पतालों की स्थिति बेहद खराब है. मरीजों की जांच नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए बेड नहीं है.

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उन्होंने कहा कि लखनऊ में कोरोना के 5 हज़ार से अधिक संक्रमित मरीज हैं लेकिन अस्पताल के नाम पर मात्र चार कोरोना के अस्पताल बने हुए हैं. एरा में 400 बेड, राममनोहर लोहिया में 100 बेड, पीजीआई में 200 बेड, केजीएमयू में 200 बेड की व्यवस्था है तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि राजधानी में यह हाल है तो प्रदेश में और जगह पर क्या हाल होगा.

अजय लल्लू ने कहा कि यूपी में क्वारेंटाइन सेंटर और अस्पतालों की स्थिति बड़ी दयनीय है. कई जगह की स्थिति इतनी खराब है कि लोग कोरोना से नहीं बल्कि सरकार की व्यवस्था से डर रहे हैं. अगर कोई आवाज़ उठाएगा तो उसे पूरा प्रशासनिक अमला लगकर उसका ऊपर उत्पीड़न किया जाएगा.


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लखनऊ-कानपुर का बुरा हाल

सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में लखनऊ में 449 नए मरीज पाए गए हैं. इससे पहले शनिवार को 429 थे. इसी तरह कानपुर में रविवार को 202 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वही शनिवार को 171 मरीज पाए गए थे.

पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों पर नज़र डालें तो यूपी में औसतन 3 हजार मरीज रोज सामने आ रहे हैं.

यूपी की जेलों में भी तेजी से कोरोना फैल रहा है. अब तक 500 से अधिक मामले जेलों से सामने आ चुके हैं.

रविवार को बलिया जिला जेल में 160 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले झांसी की जेल में शुक्रवार को एक दिन में 200 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. यूपी में कोरोना के कारण जेलों में 2 बंदियों की अब तक मौत भी हो चुकी है.


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कांग्रेस ने लगाया बेड की कमी का आरोप

कांग्रेस की महासचिव व यूपी इंचार्ज प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को शनिवार को पत्र लिखकर बेड की कमी का मुद्दा उठाया. प्रियंका ने अपने पत्र में लिखा है कि सरकार ने दावा किया था कि 1.5 लाख बेड की व्यवस्था है लेकिन 20 हजार से अधिक सक्रिय संक्रमित केस आने पर ही बेड को लेकर मारामारी मच गई है.

प्रियंका के मुताबिक, यूपी के महानगरों में कोरोना के मामलों की बाढ़ सी आई है. अब तो देहात भी इससे अछूते नहीं हैं इसलिए सरकार को दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर अस्थायी अस्पताल बनाने चाहिए.

प्रियंका ने पत्र में ये भी कहा है कि योगी सरकार ने ‘नो टेस्ट- नो कोरोना’ को मंत्र मानकर न्यूनतम टेस्ट कराने की पॉलिसी अपना रखी है. जब तक पारदर्शी तरीके से टेस्ट नहीं बढ़ाए जाएंगे, तब तक लड़ाई अधूरी रहेगी व स्थिति और भी भयावह हो सकती है.

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