नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की पूर्व सोशल मीडिया प्रमुख और अभिनेत्री दिव्या स्पंदना ‘राम्या’ ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार के खिलाफ दिए गए बयान के लिए सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल करने का निर्देश दिया.
कर्नाटक के मांड्या से सांसद रहीं राम्या ने ट्विटर पर लिखा कि कांग्रेस ने उन्हें ट्रोल करने के लिए अपने नेताओं और स्वयंसेवकों के बीच संदेश ‘प्रसारित’ किए.
इसलिए ‘कार्यालय’ ने कांग्रेस नेताओं और स्वयंसेवकों के बीच मुझे ट्रोल करने के लिए संदेश भेजे. अपने आप को परेशानी से बचाएं – मैं इसे खुद करूंगा. राम्या ने स्क्रीनशॉट की एक श्रृंखला संलग्न करते हुए लिखा, जिसमें अंग्रेजी और कन्नड़ में विभिन्न संदेशों को दिखाया गया था, जो कथित तौर पर उन्हें ट्रोल करने के लिए प्रसारित किया गया था. उन्होंने शिवकुमार और कांग्रेस के श्रीवत्स वाई.बी को भी टैग किया, जो कर्नाटक कांग्रेस के पूर्व सोशल मीडिया प्रमुख और वर्तमान में राहुल गांधी की टीम के एक सदस्य हैं.
So the ‘office’ has circulated these messages among the congress leaders & volunteers asking them troll me. Save yourself the trouble- I’ll do it myself. @srivatsayb @DKShivakumar
— Divya Spandana/Ramya (@divyaspandana) May 11, 2022
इससे पहले दिन में, राम्या ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस (केपीसीसी) प्रमुख डी.के. शिवकुमार की कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता अश्वथनारायण सी.एन. के खिलाफ मंगलवार को दिए गए एक बयान के लिए आलोचना की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मंत्री ने पीएसआई भर्ती घोटाले में सार्वजनिक मंचों पर सवाल पूछे जाने से ‘बचने’ के लिए कांग्रेस के एम.बी पाटिल से मुलाकात की थी.
राम्या ने शिवकुमार की टिप्पणी के जवाब में ट्विटर पर लिखा, ‘पार्टियों में लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, समारोहों में जाते हैं, यहां तक कि कुछ लोग परिवारों में शादी करते हैं – मुझे आश्चर्य है कि @DKShivakumar इस तरह @MBPatil के बारे में कहेंगे जो एक कट्टर कांग्रेसी है. क्या पार्टी को एक इकाई के रूप में चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था?’
People across parties meet each other, go to functions, some even get married into families- I’m surprised @DKShivakumar would say this about @MBPatil who’s a staunch congressman. Shouldn’t the party be fighting elections as one unit? @INCIndia https://t.co/YOT11h35Cq
— Divya Spandana/Ramya (@divyaspandana) May 11, 2022
दिप्रिंट ने विवाद पर टिप्पणी के लिए व्हाट्सएप और ट्विटर के जरिए डी.के. शिवकुमार और श्रीवत्स वाई.बी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन इस खबर के पब्लिश होने तक तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी. उनकी तरफ से कोई जवाब आने पर खबर को अपडेट किया जाएगा. प्रतिसाद प्राप्त होने पर प्रतिलिपि अद्यतन की जाएगी.
यह भी पढ़ें : राजनेता, संपादक, एक सेवानिवृत्त मेजर जनरल: SC में राजद्रोह कानून को लेकर याचिका दायर करने वाले याचिकाकर्ता
‘आप इतने सालों से कहां थे?’
राम्या ने जो स्क्रीनशॉट संलग्न किए हैं, उनमें से पहले में अंग्रेजी में एक टेक्स्ट मैसेज है, जिसके बाद कन्नड़ भाषा में कई संदेशों की एक सीरीज है. संदेशों के कथित प्रेषकों के नाम दिखाई नहीं दे रहे हैं.
अंग्रेजी में लिखे मैसेज में कहा गया है, ‘आप ऊपर दिए गए ट्वीट लिंक को खोल सकते हैं और इनमें से किसी टेक्स्ट का उपयोग करके कमेंट बॉक्स में रिप्लाई कर सकते हैं.
उसी स्क्रीनशॉट में कन्नड़ में लिखे एक मैसेज में कहा गया है, ‘आप इतने सालों से कहां थे? क्या अंबरीश के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने का समय नहीं था? अब आप क्यों जाग रहे हैं? क्या आप कृपया मांड्या के मतदाताओं को बता सकते हैं?’
अंबरीश कर्नाटक के एक बागी कांग्रेस नेता थे जिनका 2018 में निधन हो गया था. उनकी पत्नी सुमलता, राम्या की पूर्व सीट मांड्या से इस वक्त सांसद हैं.
अपने बाद के ट्वीट्स में, राम्या ने अन्य संदेशों के कुछ स्क्रीनशॉट भी साझा किए जो कथित तौर पर उनके बारे में प्रसारित किए गए थे, जो अंग्रेजी में थे.
एक मैसेज में कहा गया है, ‘ओएमजी देखिए कौन जिंदा है और इस बारे में बात कर रहा है कि पार्टी को क्या करना चाहिए? आराम का वक्त खत्म हो गया है या आप बस आज जगे हैं और फैसला किया कि ट्वीट करना चाहिए?
एक और मैसेज में कहा गया, ‘आप वरिष्ठ नेताओं की वजह से पार्टी में आ सकीं. आपके अंदर पार्टी या मतदाताओं के प्रति कोई वफादारी नहीं है. क्या आप उसी भगोड़े वाली स्थिति में वापस जाएंगी जिसमें आप थीं नहीं तो अपने अकाउंट को डिलीट कर दीजिए. मुझे यकीन है कि आपके पास इसमें पर्याप्त अनुभव है.’
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद, राम्या ने कांग्रेस सोशल मीडिया प्रमुख का पद छोड़ दिया और राजनीति से ‘ब्रेक‘ ले लिया. उन्होंने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिलीट करके अपने फैसले की जानकारी दी.
तब से, वह सक्रिय रूप से पार्टी की गतिविधियों में शामिल नहीं हैं, हालांकि सोशल मीडिया पर सक्रिय है. उनके बाद रोहन गुप्ता को पार्टी का सोशल मीडिया प्रमुख बनाया गया था.
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
यह भी पढ़े: इतिहास को औपनिवेशिक काल से निकालने में लगा स्मारक प्राधिकरण, इसके केंद्र में दिल्ली के ‘फाउंडर-किंग’ अनंगपाल