नई दिल्ली: कांग्रेस शासित राजस्थान में कोयला संकट गहराने के मद्देनज़र राज्य के मुख्यमंत्री शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगे.
इस मुलाकात के दौरान सीएम गहलोत राज्य के कोयला संकट को लेकर भूपेश बघेल से बात करेंगे ताकि राजस्थान में गहराती समस्या खत्म हो सके.
राजस्थान के खानों में कोयला लगभग खत्म होने की स्थिति में है, अगर कुछ दिनों में ये संकट नहीं सुलझा तो राजस्थान के लोगों को बिजली की गहरी कटौती का सामना करना पड़ सकता है.
राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने उम्मीद जताई कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजस्थान सरकार की कोयले की खान को जल्द शुरू करने की अनुमति दी जाएगी.
भंवर सिंह भाटी ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ में राजस्थान के लिए कोयले की खान आवंटित है और अभी राजस्थान के खानों में कोयला लगभग समाप्त होने की स्थिति में है. आज हमारे सीएम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और हमारे यहां जो कोयले की समस्या है उसके समाधान के लिए बात करेंगे.’
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की सरकार है.
एक रिपोर्ट के अनुसार अशोक गहलोत ने कई बार भूपेश बघेल को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में कोयला खनन की मंजूरी मांगी है लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं दी जा रही है. वहीं राजस्थान में ज्यादातर पावर प्लांट्स कम कैपिसिटी पर चल रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार कई ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में भारी बिजली कटौती की जा रही है.
बता दें कि इसी साल फरवरी महीने में राजस्थान के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी और ऊर्जा मंत्रालय के एसीएस डॉ सुबोध अग्रवाल ने दिल्ली जाकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से भी इस बाबत मुलाकात की थी लेकिन फिर भी राज्य में कोयला संकट जारी है.
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