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Saturday, 16 November, 2024
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अलवर गैंगरेप पीड़िता बनेगी ‘पुलिस’, छुट्टी के दिन सरकार ने पूरा किया कागज़ी काम

गौरतलब है कि परिवार वाले शुरू से ही पति-पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की डिमांड कर रहे थे. पीड़िता के माता-पिता भी गरीबी से जूझ रहे हैं.

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अलवर/थानागाज़ी: पिछले दिनों हुए अलवर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी का प्रस्ताव मिला है. बता दें कि पिछले दिनों खुद सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी और सचिन पायलट मिलने पहुंचे थे और उन्होंने खुद पीड़िता के न्याय किए जाने की बात कही थी.

राजस्थान की गहलोत सरकार ने गैंगरेप पीड़िता को राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल की नौकरी दिए जाने का प्रस्ताव दिया था. खबरों के मुताबिक इस प्रस्ताव को पारित कराने के लिए कैबिनेट के पास भेजा जाना था. दिप्रिंट से बात करते हुए सविता के पिता ने बताया कि शनिवार को ही सरकार की एक टीम आई थी. बता दें कि जब राहुल गांधी और अशोक गेहलोत पीड़िता से मिलने पहुंचे थे तो उसने खुद के लिए सरकारी नौकरी की मांग की थी. गौरतलब है कि परिवार वाले शुरू से ही पति-पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे. पीड़िता के माता-पिता काफी गरीब हैं.

राज्य सरकार ने सविता की मांग के बाद उनकी शिक्षा और पसंद के आधार पर नौकरी देने का इंतज़ाम किया है. सरकारी टीम ने सविता से मुलाकात की और नौकरी की जगह के लिए उसकी प्राथमिकता और पसंद पूछी. सविता और उनके ससुराल पक्ष के लोगों ने जयपुर सिटी में पोस्टिंग की मांग की. सरकार ने ये मांग स्वीकार कर ली है.


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सविता के पिता बेटी को सरकारी नौकरी दिए जाने की पेशकश से काफी खुश हैं. उन्होंने दिप्रिंट को बताया, ‘मेरी बेटी सचिवालय में काम करेगी. जयपुर में ही मेरा दामाद भी रहता है. अब दोनों साथ रहेंगे. सरकार ने ये काम बढ़िया किया है.’

पिता ने ये भी कहा कि शनिवार को छुट्टी होने के बावजूद सरकारी टीम ने कागज़ी कार्रवाई की और 10-15 दिन में ज्वॉइनिंग पेपर्स आने की भी संभावना है.

राजस्थान सरकार द्वारा पीड़िता सविता (बदला हुआ नाम) को नौकरी दिए जाने से दोनों पति-पत्नी संतुष्ट हैं. सविता ने दिप्रिंट से विशेष बातचीत में कहा, ‘मैं सरकार द्वारा नौकरी दिए जाने से संतुष्ट हूं. आगे परिवार वाले जो पढ़ाई करने के लिए कहेंगे वही मैं कर लूंगी.’ वहीं पीड़िता के पति अजय (बदला हुआ नाम) ने कहा कि ‘मुझे भी सरकार को नौकरी देनी चाहिए.’


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गौरतलब है कि सविता ने इस मामले में न्याय ना मिलने पर आत्महत्या की बात कही थी. राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान पंद्रह दिन के अंदर मामले की सही से जांच कराने की बात कही थी. इसके बाद राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार ने जांच प्रक्रिया में तेज़ी दिखाई.

दुष्कर्म में लिप्त पांचों आरोपियों को पकड़ लिया गया है. साथ ही 18 मई को इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर ली गई है. यही नहीं, पुलिस ने पहली बार किसी यूट्यूब चैनल पर भी एफआईआर की है क्योंकि उन्होंने पीड़िता के वीडियो और फोटो दिखाए थे.

अप्रैल महीने की 26 तारीख को अलवर ज़िले के थानागाज़ी इलाके में हुए इस गैंगरेप के बाद राजस्थान पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी. गौरतलब है कि राजस्थान और विशेषकर अलवर जिले में गैंगरेप के कई मामले इसी साल आए है. इस केस में तो पति के सामने ही लड़की के साथ पांच लोगों ने गैंगरेप किया. उसके बाद परिवार को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने की कोशिश भी की. 3 मई को आरोपियों ने वीडियो वायरल कर दिया. इस मामले की अगली सुनवाई 21 मई को होगी. साथ ही, आरोपियों को 30 मई तक जेल में रखने के निर्देश दिए हैं.

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