नई दिल्ली. अब कभी देर-सवेर अगर यात्री रेलवे स्टेशन पर अटकते हैं तो उन्हें होटल खोजने के लिए अब दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. रेलवे एक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पॉड होटल या कैप्सूल होटल को तैयार करने पर काम कर रहा है. मुंबई में एक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर इसकी शुरुआत करने जा रही है.
इस पॉड होटल के सफल होने के बाद चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता जैसे ए प्लस श्रेणी के स्टेशनों पर तैयार किए जाएगे. पॉड होटल में कई तरह की सुविधाएं होती है. इसमें बहुत ही छोटी सी जगह में कई सारे बेड लगे हेाते है. इन होटल की सबसे ज्यादा सुविधा उन यात्रियों को होती है, जिन्हें कुछ घंटों के बाद अगली ट्रेन पकड़नी होती है या एक रात के बाद सुबह दूसरी ट्रेन लेनी होती है. इन्हें कैप्सूल होटल भी कहा जाता है.
जानकारी के अनुसार इन पॉड होटल में 24 घंटे तक रहने के लिए एक व्यक्ति को केवल 700 रुपए चुकाना होगा. अगर इसमें यात्री कुछ देर के लिए भी रुकता है, तो उसे पूरा ही किराया अदा करना होगा. रेलवे पहले चरण में 50 करोड़ रुपए सालाना राजस्व वाले स्टेशन में बनाने जा रहा है. एक पॉड होटल में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कमरे तैयार किए जाएगे. इसमें 20-20 पॉड बनेंगे. इन होटल में यात्रियों को टीवी के साथ हेडफोन और फ्री वाईफाई की भी सुविधा होगी. इसके अलावा सामान रखने के लिए एक छोटा सा लॉकर भी होगा. वहीं मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रानिक सामान के लिए चार्जर पाइंट भी होंगे. वहीं होटल में सभी के लिए एक कॉमन टायलेट भी तैयार किया जाएगा.
पॉड होटल की सबसे पहले शुरुआत जापान में हुई थी. इसके बाद चीन, इंडोनेशिया में भी इस तरह के पॉड बनाए गए. आमतौर पर यह उन यात्रियों के लिए होता है, जो आए दिन सफर करते रहते है. साथ ही उन लोगों के लिए होता है जो कम खर्च पर अच्छी सुविधाओं के साथ राभतर ठहरना चाहते है.