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Tuesday, 24 December, 2024
होमदेशआज से मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर राहुल, केसी वेणुगोपाल बोले- नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की जरूरत

आज से मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर राहुल, केसी वेणुगोपाल बोले- नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की जरूरत

मणिपुर में अब तक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से सभी समुदायों के 50,000 से अधिक विस्थापित लोगों को निकाला गया है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. 

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज और कल हिंसा प्रभावित मणिपुर में रहेंगे. इसकी जानकारी एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी.

वेणुगोपाल ने कहा कि अपने दौरे में राहुल गांधी राहत शिविरों जाएंगे, जातीय संघर्ष से विस्थापित लोगों से मिलेंगे और यात्रा के दौरान इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे. मेइती को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़क उठी थी.

वेणुगोपाल ने कहा, “राहुल गांधी जी 29-30 जून को मणिपुर का दौरा करेंगे. वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे. मणिपुर लगभग दो महीने से जल रहा है और उसे उपचारात्मक स्पर्श की सख्त जरूरत है ताकि समाज संघर्ष से शांति की ओर बढ़ सकता है.”

केसी वेणुगोपाल ने एक ट्वीट में कहा कि यह एक मानवीय त्रासदी है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्यार की ताकत बनें, न कि नफरत की.

इस बीच, मणिपुर के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने राहुल गांधी की दो दिवसीय मणिपुर यात्रा के दौरान मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने और सहयोग देने की अपील की.

उन्होंने कहा हैं, “हम मणिपुर के लोगों से अपील करते हैं कि कृपया राहुल गांधी की दो दिवसीय यात्रा के दौरान शांति बनाए रखें और हमारा सहयोग दें.”

कांग्रेस हिंसा से निपटने के तरीकों को लेकर पहले ही केंद्र और मणिपुर, दोनों की भाजपा सरकारों पर जोरदार हमले कर रही है. पार्टी पहले ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाने की मांग कर चुकी है.

मणिपुर में अब तक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से सभी समुदायों के 50,000 से अधिक विस्थापित लोगों को निकाला गया है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. 

इससे पहले 24 जून को मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री शाह ने राज्य में शांति बहाल करने का आश्वासन दिया था, जबकि विपक्षी दलों ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए थे.

हिंसाग्रस्त राज्य के हालात का जायजा लेने के लिए अमित शाह ने एक बैठक भी बुलाई थी. बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास सहित अन्य नेता उपस्थित हुए थे.


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