scorecardresearch
Sunday, 2 June, 2024
होमदेशराहुल ने 'कंटेंट' और 'इंटेंट' कटाक्ष का दिया जवाब, कहा- मोदी सरकार 'हम दो, हमारे दो' की सरकार है

राहुल ने ‘कंटेंट’ और ‘इंटेंट’ कटाक्ष का दिया जवाब, कहा- मोदी सरकार ‘हम दो, हमारे दो’ की सरकार है

गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए सालों पहले हम दो, हमारे दो के नारे का इस्तेमाल करते हुए अप्रत्यक्ष तौर पर मोदी सरकार को अडानी अंबानी की सरकार होने का आरोप लगाया.

Text Size:

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार लोकसभा में किसानों के मुद्दा उठाते हुए जमकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया और एक दिन पहले पीएम मोदी के उस कटाक्ष का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी कृषि कानूनों के कंटेंट और इंटेंट पर बात नहीं करती, जिसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए थे.

राहुल ने कहा, ‘विपक्ष के बारे में मोदी ने बोला था कि विपक्ष कृषि कानूनों के कंटेंट और इंटेंट पर बात नहीं कर रहा. सोचा कि प्रधानमंत्री को खुश करें और आज तीन कृषि कानूनों के कंटेंट और इंटेंट की बात करें. राहुल ने पहले कानून के कंटेंट का मतलब समझाते हुए बताया कि अब कोई भी व्यक्ति जितना चाहे अनाज सब्जी कहीं से खरीद सकता है, तो कोई मंडी से खरीदने अब क्यों जाएगा. इसलिए पहले कानून के कंटेंट का मतलब है मंडी को खत्म करना.’

दूसरे कानून के कंटेंट का मतलब बड़े से बड़ा उद्योगपति जितना भी अनाज, फल, सब्जी चाहें स्टोर कर सकता है. यानि दूसरे कानून का मतलब इसेंसियल कमोडिटी एक्ट को खत्म करने का है. जिसका मकसद जमाखोरी को अनलिमिटेड तरीके से हिंदुस्तान में चालू करना है.

तीसरे कानून के कंटेंट का मतलब समझाते हुए गांधी ने कहा किइ इसका मसकद जब कोई किसान किसी बड़ी उद्योगपति से फसल, सब्जी का सही दाम मांगे तो न मिलने पर उसे इंसाफ के लिए अदालत में नहीं जाने दिया जाएगा.

उन्होंने कहा अध्यक्ष महोदय सालों पहले फेमिली प्लानिंग का नारा था हम दो, हमारे दो. इस देश को आज चार लोग चलाते हैं. हम दो और हमारे दो.(अडानी-अंबानी) यह हम दो हमारे दो की सरकार है. पहले मित्र को देश में फल सब्जी बेचने का अधिकार देना है. यह है पहले कानून का इंटेंट. नुकसान किसका होगा. ठेले वालों का, छोटे व्यापारियों का. लाखों लोग मंडी में जो काम करते हैं उनका नुकसान होगा.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

रहुल ने कहा कि दूसरे कानून का इंटेंट दूसरे मित्र की मदद करने का है. दूसरे मित्र को अनाज, फल, सब्जी को स्टोर करने की मोनोपली (एकाधिकार) दी जाएगी.

प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमने विकल्प दिया है, हां उन्होंने विकल्प दिया है पहला भूख, दूसरा बेरोजगारी और तीसरा आत्महत्या का विकल्प. राहुल ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा बिजनेस एग्रीकल्चर है 40 फीसदी आबादी इस पर जीती है. 40 लाख करोड़ रुपये का धंधा है.

उन्होंने कहा कि दूसरे कानून का इंटेंट है कि एक व्यक्ति को अनाज के स्टोरेज की मोनोपली दे दो. जिसके पास मोनोपली होगी वह मार्केट में अनाज डालेगा और किसान से कम से कम पैसे में अनाज खरीदेगा.

इस देश के किसानों, मजूदरों के रीढ़ की जो हड्डी है उसको तोड़कर, टुकड़े-टुकड़े करके मोदी जी चाहते हैं दो मित्रों को दे दो.

राहुल के भाषण के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य खूब हंगामा करते रहे.

गांधी ने कहा कि यह कानून लागू हुआ तो किसानों की खेती चली जाएगी, सही दाम नहीं मिलेगा, छोटे व्यापारी नहीं बचेंगे सिर्फ हम दो, हमारे दो देश को चलाएंगे. फूड सेक्योरिटी सिस्टम नष्ट हो जाएगा और पहली बार देश में लोगों को भूख से मरना पड़ेगा. रूरल इकॉनमी नष्ट हो जाएगी यह देश रोजगार नहीं पैदा कर पाएगा.

राहुल ने कहा यह किसानों का आंदोलन नहीं है, यह देश का आंदोलन है. किसान सिर्फ रास्ता दिखा रहा है. एक आवाज़ से पूरा देश ‘हम दो हमारे दो’ की सरकार के खिलाफ उठने जा रहा है. किसान एक इंच पीछे नहीं हटने वाला, किसान आपको हटा देगा. आपको क़ानून वापस लेना ही होगा.

share & View comments