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Sunday, 28 April, 2024
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राहुल बोले- BJP मेरा सांसद का पद, घर सब ले सकती है लेकिन वायनाड से मेरा रिश्ता नहीं बदल सकती

कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह देश के लिए भाजपा से लड़ना जारी रखेंगे, और पीएम मोदी-अडाणी के रिश्ते पर सवाल पूछते रहेंगे.

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नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को वायनाड पहुंचकर जमकर भाजपा को निशाने पर लिया. उन्होंने वायनाड को लोगों से दिल का रिश्ता जोड़ा और कहा वह भले ही सांसद न रहें लेकिन उनके साथ रिश्ता कभी नहीं बदलेगा.

राहुल गांधी ने कहा कि सांसद होना एक टैग या पॉजिशन है और बीजेपी मेरा टैग, पॉजिशन, और घर ले सकती है या मुझे जेल में डाल सकती है, लेकिन वह मुझे वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने से नहीं रोक सकती. वे सोचते हैं कि मेरे घर पुलिस भेजकर मुझे डरा देंगे…मुझे खुशी है कि उन्होंने मेरा घर ले लिया. मैं उस घर में रहकर संतुष्ट नहीं था.

राहुल गांधी ने इस दौरान वायनाड में जमा हुए लोगों की भीड़ का एक वीडियो ट्वीट किया है और इसे सच्चाई की ताकत और लोकतंत्र की जीत से जोड़ा है.

उन्होंने लिखा है, ‘यह सच्चाई की ताकत है! लोकतंत्र की जीत है. असल ताकत जनता के हाथो में निहित है.’

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गौरतलब है कि इस दौरान उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं.

राहुल गांधी ने कहा कि वह यहां आकर ऐसा महसूस करता हूं जैसे कि वह अपने घर आए हों. आपके साथ मेरा परिवार, भाई, बेटे का रिश्ता है.

गांधी ने कहा लोग स्वतंत्र रहना चाहते हैं और चाहते हैं कि उनके बच्चे जो चाहे उसका चुनाव कर सकते हैं. और वे चाहते हैं कि उनके बच्चे एक सफल बिजनेस मैन और इंजीनियर बनें. कोई भी ऐसे देश में नहीं रहना चाहता जहां चार से 5 लोग देश को चला रहे हों.

‘मैं बीजेपी से लड़ रहा हूं. मुझे आश्चर्य है कि वह अपने विरोधियों को समझने में नाकाम हैं. वह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे विरोधियों को डरा नहीं सकते. आश्चर्य होता है कि वो इसे देख नहीं पा रहे.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि, ‘उनको लगता है कि वो मेरा घर ले लेंगे तो मैं डर जाऊंगा. वायनाड में कितने लोगों ने अपने घर गंवाए हैं. जब यहां बाढ़ आई तो सैकड़ों लोगों को अपना घर गंवाना पड़ा.’

और मैं आपसे सीखता हूं. वे मेरा घर ले लें, मुझे कोई चिंता नहीं.


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मैं लड़ना जारी रखूंगा

‘मैं लगातार वायनाड के लोगों और देश के लोगों की आवाज उठाता रहूंगा. बीजेपी लोगों को बांट सकती हैं, लड़ा सकती है, वे लोग मुझे जितना चाहे गाली दें लें. मैं लोगों को एकजुट करना जारी रखूंगा. मैं हर धर्म, विचार का सम्मान करना जारी रखूंगा.’

वायनाड के पूर्व सांसद ने कहा कि, ‘यह लड़ाई भारत को लेकर दो नजरिए की है. बीजेपी एक नजरिए का प्रतिनिधित्व करती है, और हम भारत के दूसरे नजरिए का प्रतिनिधित्व करते हैं. मैं उनकी धमकियों से डरने वाला नहीं. हम लड़ते रहेंगे.’

उन्होंने वायनाड के लोगों से अपने गहरे संबंध की बात करते हुए कहा कि, ‘यह मत सोचिए की मुझे डिस्क्वालीफाइड किए जाने से आपसे मेरे संबंध बदल जाएंगे. मैं तीन साल की बात नहीं कर रहा हूं, पूरे जीवन भर मेरे आप से संबंध बदलने वाले नहीं. वे कुछ भी कर लें, मुझे जेल में डाल दें लेकिन वायनाड के लोगों से मेरे संबंध बदलने वाले नहीं.’

यह सब तब हुआ है जब मैं संसद गया और पीएम मोदी से एक बिजनेस मैन से उनके संबंध के बारे में पूछा. मैंने केवल इतना पूछा कि मिस्टर मोदी कृपया अडाणी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताएं.

उन्होंने कहा कि, ‘मैंने एक साधारण सवाल पूछना जारी रखा, संसद में मैंने मीडिया की रिपोर्ट दिखाई कि कैसे मिस्टर अडाणी 609वें नंबर से दुनिया में अमीरों की दूसरी लिस्ट में पहुंच गए.’

राहुल बोले- इसलिए मुझे संसद से हटाया गया

‘मैंने बताया कि कैसे प्रधानमंत्री ने उस बिजनेसमैन की इस ऊंचाई तक पहुंचने में मदद की. मैंने बताया की कैसे भारत और इजरायल के रक्षा संबंध मिस्टर अडाणी की मदद करके बदले गए. मैंने बताया के इंडियन एयरपोर्ट के नियम मिस्टर अडाणी के लिए कैसे बदले गए. मैंने दिखाया कि कैसे मिस्टर अडाणी की मदद के लिए विदेश नीति का गलत इस्तेमाल किया गया. मेरा आखिर में यही सवाल है कि आपके इस बिजनेमैन से क्या संबंध हैं. प्रधानमंत्री ने इसका जवाब नहीं दिया.’

गांधी ने कहा कि यह पहली बार देखा गया कि सरकार खुद संसद को नहीं चलने दे रही है. बेजेपी के मंत्री संसद में मेरे ऊपर आरोप जड़े. यह संसद का नियम है कि अगर कोई संसद में आरोप लगाता है तो जवाब भी वहीं दिया जाता है.

‘मैं स्पीकर के पास नियम के तहत गया और मैंने कहा कि स्पीकर सर उन्होंने मेरे ऊपर संसद में आरोप लगाए इस नियम के तहत हमें संसद में बोलने दिया जाना चाहिए. मैंने उन्हें दो पत्र लिखे. मैं स्पीकर के ऑफिस गया और पूछा कि आप किस रूल के तहत मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं.?’

राहुल ने बताया कि उन्होंने (स्पीकर ने) कहा कि हमारे पास कोई रास्ता नहीं है, पूरी संसद को ठप कर दिया गया और मुझे जवाब नहीं देने दिया गया. क्योंकि सरकार मेरे सवालों से असहज थी. और मुझे संसद से बाहर कर दिया गया. कोई बात नहीं उन्होंने यह मुझे एक उपहार दिया है.

गांधी ने कहा, ‘मैंने यह जाना कि मैं सही कर रहा हूं. मैंने इसे इस बात से जाना कि बीजेपी मुझे संसद से हटा रही है, मेरे घर को ले रही है, मेरे ऊपर 24 घंटे हमले कर रही, तो मैं जाना कि मैं सही कर रहा हूं. जितना ज्यादा हमला करेंगे उतना मेरे रास्ते को आसान करेंगे. मैं रुकने वाला नहीं. यह मैं अपने लिए नहीं, आपके लिए और देश के लोगों के लिए कर रहा हूं.’

उन्होंने कहा कि यह डिस्क्वालीफिकेशन मेरे आपसे रिश्ते को और गहरा करेगा. क्योंकि आपके साथ मेरे संबंध पारिवार का, भाई का, बेटे का है यह बदलने वाला नहीं.

प्रियंका ने पीएम मोदी पर बोला हमला 

वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला और उन पर गौतम अडाणी को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, ‘राहुल गांधी को बीजेपी से एक सवाल करने पर उन्हें डिस्क्वालीफाइड किया गया क्योंकि उनके पास इसका कोई जवाब नहीं है. पूरी सरकार गौताम अडाणी के बचाव में लगी हुई है. पीएम मोदी अडाणी की रक्षा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री अपना ड्रेस स्टाइल रोज बदल रहे हैं, लेकिन लेकिन लोगों की लाइफ स्टाइल में कोई बदलाव नहीं आ पा रहा है. वे रोजगार के लिए भटक रहे हैं.’


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