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Friday, 1 November, 2024
होमदेशफिर हाथरस रवाना होंगे राहुल गांधी, स्मृति ईरानी बोलीं- यात्रा उनकी राजनीति के लिए है न कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए

फिर हाथरस रवाना होंगे राहुल गांधी, स्मृति ईरानी बोलीं- यात्रा उनकी राजनीति के लिए है न कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए

स्मृति ने कहा कि मुझे विश्वास है कि प्रियंका और राहुल सिर्फ हाथरस की पीड़िता को ही न्याय नहीं दिलाएंगे बल्कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी फोन करेंगे और उस पीड़िता के हक की बात करेंगे.  

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हाथरस: हाथरस में 19 वर्षीय किशोरी के कथित सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी तफ्तीश पूरी कर ली है. हाथरस प्रशासन के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. लेकिन इस मामले में राजनीति और हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर हमला बोला और कहा कि राहुल अपनी राजनीति चमकाने के लिए वहां जा रहे हैं न कि पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए.

स्मृति ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि मुझे विश्वास है कि प्रियंका और राहुल सिर्फ हाथरस की पीड़िता को ही न्याय नहीं दिलाएंगे बल्कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी फोन करेंगे और उस पीड़िता के हक की बात करेंगे.

वहीं चौतरफा हमला झेल रही है योगी सरकार के बचाव में स्मृति ईरानी उतरीं और उन्होंने गैंगरेप के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडलों की आवाजाही पर भी कमेंट किया. बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी यूपी की महासचिव प्रियंका गांधी के साथ एकबार फिर हाथरस जाने के लिए तैयार हैं.

जब मीडिया ने स्मृति ईरानी से इस बाबत पूछा तो उन्होंने कहा, जनता कांग्रेस की रणनीति के बारे में जानती है. इसलिए उन्होंने 2019 के चुनावों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दी. लोग समझते हैं कि उनकी हाथरस यात्रा उनकी राजनीति के लिए है न कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए. ‘

स्मृति ने यह भी कहा कि उनकी बात योगी आदित्यनाथ से भी हुई है और वह जिस मंत्रालय की मंत्री है वह महिला बाल विकास के अंतरर्गत ही आता है.

उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि 1300 से अधिक मामलों पर महिला आयोग सीधा हस्तक्षेप कर रही है और हाथरस मामले में भी महिला आयोग पहले दिन से नजर बनाए हुए है और जिला प्रशासन से संपर्क में है.


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लल्लू नजरबंद- राहुल जाएंगे हाथरस

बता दें कि राहुल के हाथरस के लिए निकलने से पहले ही राज्य के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू को यूपी पुलिस ने नजर बंद कर दिया है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता के परिवार से मिलने जाने के लिए तैयार है. राहुल गांधी ने एक बार फिर कहा है कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती.’

बता दें कि शुक्रवार को पूरा दिन हाथरस में हंगामे के साथ बीता. वह न तो मीडिया को और न ही किसी राजनीतिक पार्टी के नेता और कार्यकर्ता को गांव में प्रवेश करने दिया गया. शनिवार को यह पाबंदी हटा ली गई है साथ ही हाथरस के कई पुलिस अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. मीडिया पर गांव में प्रवेश को लेकर अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पीड़िता के गांव में मीडिया के प्रवेश पर लगी रोक भी हटा ली है. एक दिन पहले ही एसआईटी जांच जारी रहने के कारण नेताओं समेत बाहरी लोगों को लड़की के परिवार से मुलाकात के लिए जाने से रोक दिया गया था.

उप्र के अपर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक हाथरस पहुंचे

वहीं दूसरी तरफ हाथरस में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिजनों से मिलने अपर मुख्य सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक शनिवार को हाथरस पहुंचे. यह दोनों अधिकारी पीड़िता के परिजनों से मिलेंगे और वहां से लौटकर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेंगे.

अपर मुख्य सचिव, गृह, अवनीश अवस्थी ने बताया, ‘मुख्यमंत्री के निर्देश पर मैं और पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी हाथरस के लिये निकल चुके हैं. वहां पहुंच कर पीड़िता के परिजनों से बात करेंगे और घटना की विस्तृत जानकारी लेंगे.’

उन्होंने बताया कि हाथरस से लौटकर पूरी घटना की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी जाएगी.

हंगामें पर एसडीएम

संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘एसआईटी की जांच पूरी हो गयी है और केवल मीडिया को गांव में प्रवेश की अनुमति दी गयी है.’ उन्होंने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि प्रशासन ने लड़की के परिवार की घेराबंदी कर रखी है और उनके फोन जब्त कर लिए हैं.

अधिकारियों ने कहा कि घटना पर देशभर में आक्रोश के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था जिसे 14 अक्टूबर तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है.

हाथरस प्रशासन ने बृहस्पतिवार को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी जिसके तहत जिले में चार या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध है. कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के करीब एक पखवाड़े बाद इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली के एक अस्पताल में लड़की की मौत हो गयी थी.


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