लखनऊ: कुशीनगर में विधायक की पिटाई का वीडियो तो सोशल मीडिया पर चर्चा में रहा लेकिन इसी बीच लखनऊ में दो कश्मीरी युवकों की पिटाई के वीडियो ने यूपीवासियों को शर्मसार कर गया. अपनी अदब व तहजीब के लिए मशहूर लखनऊ में बुधवार को ड्राई फ्रूट बेच रहे दो कश्मीरी युवकों की पिटाई का मामला सामने आया है.
दरअसल, जम्मू कश्मीर के कुलगांव निवासी दो युवक डालीगंज पुल पर ड्राई फ्रूट बेच रहे थे. इस बीच कुछ लोग वहां पहुंचे और उनकी पहचान पूछकर पिटाई शुरू कर दी.
भगवा वस्त्र में आए इन स्थानीय युवकों ने पीटते वक्त इन कश्मीरियों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए लाठियां बरसाई. हालांकि स्थानीय लोगों के विरोध के बाद पिटाई करने वाले युवक वहां से चले गए. कुछ लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है.
पीड़ित युवकों की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था. लखनऊ पुलिस ने ट्वीट करके इस घटना की पुष्टि की है और कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है बता दें कि तेजी से वायरल हुए वीडियो के बाद पुलिस तेजी से हरकत में आई और कश्मीरी विक्रेताओं को मारने वालों को दनादन गिरफ्तार कर लिया है.
डालीगंज में ड्राई-फ्रूट बेच रहे इन विक्रेताओं को कल चार लोगों ने मारा था, चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं ड्राई फ्रूट बेचने वाले भी खुश हैं. विक्रेता अफजल ने बताया कि हमें एसएसपी नैथानी ने बुलाया था और कहा, ‘आप यहां सुरक्षित हैं. हमें मारने वाले चारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हम इस बात से बहुत खुश हैं.’
वहीं इससे पहले एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने बताया था कि कल देर शाम डालीगंज पुल पर एक कश्मीरी युवक को कुछ अराजक तत्वों ने पीटा उसका साथी आया और पुलिस को घटना बताई. इस मामले में 3 टीमें बनी और रातों रात गिरफ्तारी की गई. सोशल मीडिया से पुलिस ने शिनाख्त की बजरंग सोनकर की ये डालीगंज का है. हिमांशु ,अमर कुमार और एक और कि तलाश जारी है. कोई भी ऐसा करता है तो कार्रवाई की जाएगी.
उक्त प्रकरण में SHO हसनगंज द्वारा अवगत कराया गया कि मु0अ0सं0 80/19 धारा 147/323/504 iPC का पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
— LUCKNOW POLICE (@lkopolice) March 6, 2019
क्या है पूरा मामला
कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले अफजल ने बताया वह वजीरगंज के गोलागंज इलाके में रहकर सड़कों पर मेवा बेचता है. रोज की तरह बुधवार की शाम अफजल अपने दो साथियों के साथ डालीगंज पुल पर मेवा बेच रहा था.इसी बीच कार सवार तीन से चार लोग वहां पहुंचे.
अफजल कहना है कि सभी लोगों ने भगवा रंग के गमछे व कुर्ते पहन रखे थे. उन लोगों ने अफजल व उसके दोनों साथियों पर संदिग्ध होने का आरोप लगाते हुए हाथापाई शुरू कर दी. इस बीच आरोपियों ने कश्मीरी युवकों से उनका अधार कार्ड मांगा. अफजल के आधार कार्ड की छायाप्रति दिखाने पर इसे फर्जी बताते हुए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.
चश्मदीदों के मुताबिक उस वक्त आरोपियों के खिलाफ कार्यवाई करने के बजाय पुलिस अफजल को ही थाने ले गयी. वहीं आरोपी भगवा धारी बड़ी आराम से वहां से चले गए. हसनगंज पुलिस ने अफजल से पूछताछ करने के बाद उसे लिखा पढ़ी कर एक परिचित के हवाले कर दिया.
पिटाई करने वाले युवकों का ‘जश्न’
कश्मीरियों पर हमला करने वाले इन युवकों ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसका जश्न भी मनाया. ये युवक अपने को विश्व हिंदू दल का सदस्य बता रहे हैं. फेसबुक पर इस दल के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु अवस्थी ने एक पोस्ट भी लिखी है.
बता दें कि इससे पहले यूपी के बरेली जिले से भी ऐसी घटना सामने आई थी. उस समय विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी में एक हस्तशिल्प प्रदर्शनी में कश्मीरी स्टालों को जबरन बंद करा दिया था. पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश के अन्य हिस्सों में कश्मीरियों पर हमले हुए हैं.