नई दिल्ली: पंजाब पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि अमृतसर के मजीठा इलाके में हुए धमाके में मारे गए व्यक्ति का संबंध आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से हो सकता है.
बॉर्डर रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईजी) सतिंदर सिंह ने मंगलवार को बताया कि यह व्यक्ति एक पोल के पास किसी सुनसान जगह से विस्फोटक सामग्री निकालने की कोशिश कर रहा था, तभी धमाका हो गया. व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
स्थानीय लोगों ने मंगलवार सुबह 9:30 बजे से 10 बजे के बीच नौशेरा गांव के पास धमाका सुना. यह इलाका अमृतसर ग्रामीण जिले के कम्बो थाने के अंतर्गत आता है.
डीआईजी ने मौके पर मीडिया को बताया, “प्राथमिक जांच में लगता है कि सुबह घायल हुआ व्यक्ति अब मर चुका है. पहले के सभी धमाकों की जांच में सामने आया था कि आरोपी इस तरह की सुनसान जगहों पर ही विस्फोटक या ग्रेनेड रखते थे और फिर तस्वीरों और निर्देशों के जरिए इन्हें निकालने के तरीके बताते थे.”
उन्होंने आगे कहा, “यहां भी विस्फोटक एक पोल के पास एक निशान के तौर पर रखा गया था. लगता है कि यह व्यक्ति बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी था और विस्फोटक उसके हाथ में ही फट गया. एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लैब) की रिपोर्ट बताएगी कि यह ग्रेनेड था या आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस), लेकिन 100 फीसदी मामलों में यही तरीका सामने आया है.”
हालांकि, मृतक की पहचान अमृतसर ग्रामीण पुलिस द्वारा अभी नहीं की गई है, लेकिन डीआईजी ने बताया कि मृतक की जेब से मिले सामान और अन्य परिस्थितिजन्य सबूत इस ओर इशारा करते हैं कि वह बब्बर खालसा का सदस्य था.
अमृतसर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर रही है, और मृतक की पहचान की विस्तृत जांच चल रही है.
गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा द्वारा चलाया जाता है.
दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट किया था कि अमेरिका में बैठे गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया द्वारा चलाए जा रहे बीकेआई मॉड्यूल ने नवंबर से सीमावर्ती जिलों में कई पुलिस ठिकानों और प्रभावशाली लोगों के घरों पर हमले किए थे. इन ऑपरेटिव्स ने एक-दूसरे से बिना मिले विस्फोटक सामग्री आगे पहुंचाई.
पासिया को अप्रैल में अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने गिरफ्तार किया था. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने पिछले हफ्ते कहा था कि पासिया की गिरफ्तारी के बाद विदेश में बैठे एक और गैंगस्टर मनु अगवान ने बीकेआई की “ऑपरेशनल कमान” संभाल ली है.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
यह भी पढ़ें: खतरे अभी खत्म नहीं हुए हैं, भारत को अपनी किलेबंदी करनी ही पड़ेगी