नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर और बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पुलवामा वाले बयान के बाद हड़कंप मचा हुआ है. सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि पुलवामा हमला मोदी सरकार की विफलता के कारण हुआ और उन्हें इस मामले को लेकर चुप रहने को कहा गया.
उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी को इस मामले को लेकर अवगत करवाया था लेकिन उन्होंने चुप रहने के लिए कहा था.’
साथ ही मलिक ने दावा किया की उन्होंने पीएम को इस बात से अवगत कराया था कि धारा 370 खत्म करना एक बड़ी गलती होगी.
पीएम के आसपास के लोग भ्रष्टाचार में लिप्त
सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि प्रधानमंत्री के आसपास रहने वाले लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं लेकिन प्रधानमंत्री नजरअंदाज कर रहे हैं. मैंने पीएम को इस बात से आगाह भी करवाया था लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि मैं यह बात पूरी मजबूती के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से नफरत नहीं हैं.
पुलवामा हमला गृह मंत्रालय की ‘लापरवाही’ का नतीजा
सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पुलवामा हमला पूरा तरह से गृह मंत्रालय की ‘लापरवाही’ का नतीजा है. सीआरपीएफ ने अपने जवानों को ले जाने के लिए सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की थी लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इसका दोष पाकिस्तान पर गढ़ा जा रहा था इसलिए मुझे चुप रहने का आदेश दिया गया.
साथ ही मलिक ने इस हमले के लिए खुफिया एजेंसियों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ‘कोई पाकिस्तान से 300 किलो आरडीएक्स लेकर जम्मू-कश्मीर में 10-15 दिनों तक घूमता रहा लेकिन खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. ऐसा कैसे हो सकता है.’
इसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए पुलवामा हमले की जांच की मांग की.
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