नई दिल्ली: कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप और उससे उत्पन्न हो रही स्थिति के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम को देश को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से बुधवार रात को यह जानकारी दी गई है.
पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 19 मार्च 2020 को रात आठ बजे देश को संबोधित करेंगे जिसमें वह कोरोनावायरस से संबंधी मुद्दों और इससे निपटने को लेकर प्रयासों पर बात करेंगे.’
PM Shri @narendramodi will address the nation on 19th March 2020 at 8 PM, during which he will talk about issues relating to COVID-19 and the efforts to combat it.
— PMO India (@PMOIndia) March 18, 2020
एक अन्य ट्वीट में पीएमओ ने कहा कि मोदी ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए जारी प्रयासों की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
इसमें कहा गया, ‘भारत की तैयारियों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई. इसमें जांच सुविधाएं और बढ़ाना शामिल था.’
PM @narendramodi chaired a high-level meeting to review the ongoing efforts to contain COVID-19.
Ways to further strengthen India’s preparedness were discussed.
— PMO India (@PMOIndia) March 18, 2020
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक तंत्र बनाने के लिए व्यक्तियों, स्थानीय समुदायों और संगठनों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा करने पर जोर दिया है. उन्होंने साथ ही अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों से कहा कि वे आगे उठाये जाने वाले कदमों पर विमर्श करें.
प्रधानमंत्री नियमित रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से स्वयं को तैयार करने लेकिन नहीं घबराने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए गैर जरूरी यात्राएं से बचने और लोगों के एक जगह एकत्रित होने से बचने के विचार का समर्थन किया है.
मोदी ने साथ ही उन लोगों के प्रति आभार जताया है जो आगे रहकर कोरोनावायरस से मुकाबला कर रहे हैं जिसमें राज्य सरकारें, चिकित्सा क्षेत्र के लोग, पैरामेडिकल कर्मी, सशस्त्र बल कर्मी और अर्धसैनिक बल कर्मी, उड्डन क्षेत्र से जुड़े लोग और निकाय कर्मी शामिल हैं.
वह इस सप्ताह के शुरू में दक्षेस देशों के एक वीडियो सम्मेलन में भी शामिल हुए थे जिसमें इस महामारी से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने पर चर्चा हुई.
देश में बुधवार को कोरोनावायरस के कुल मामले बढ़कर 150 से ज्यादा हो गए हैं.
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित कीं
सीबीएसई ने कोरोनावायरस प्रकोप के मद्देनजर 10वीं और 12वीं कक्षा की जारी परीक्षाएं बुधवार को 31 मार्च तक स्थगित कर दीं.
शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद सीबीएसई ने एहतियातन दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को 31 मार्च के बाद कराने का निर्णय लिया है. इसमें पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में फिर से होने वाली परीक्षाएँ शामिल हैं. नई तारीख़ों का अभी ऐलान नहीं किया गया है. pic.twitter.com/vvIRecWFxQ
— तरुण कृष्णा/Tarun Krishna (@krishnatarun03) March 18, 2020
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘भारत और विदेश में सीबीएसई की जारी परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित की जाती हैं और इसे स्थिति के आकलन के बाद पुन: निर्धारित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जारी मूल्यांकन कार्य भी इस अवधि के दौरान निलंबित रहेगा.’
सीबीएसई की ओर से यह घोषणा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उस निर्देश के बाद आयी है जिसमें उसने कहा था कि परीक्षाएं जरूरी हैं लेकिन छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं.
कोरोनावायरस मानवता का दुश्मन: डब्ल्यूएचओ प्रमुख
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस ने बुधवार को कहा कि कोरोनावायरस ‘मानवता का दुश्मन’ है, जिसकी चपेट में दो लाख से अधिक लोग आ गए हैं.
गेब्रेयसस ने आभासी (वर्चुअल) संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘कोरोना वायरस के चलते हम अभूतपूर्व खतरे का सामना कर रहे हैं.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि मानवता के दुश्मन के खिलाफ साथ आने का यह अभूतपूर्व मौका है.
कश्मीर में कोरोनावायरस का पहला मामला सामने आया
कश्मीर घाटी में बुधवार को कोरोनावायरस का पहला मामला सामने आया. श्रीनगर नगर निगम के महापौर जुनैद अजीम मट्टू ने कहा कि श्रीनगर में एक व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है.
मट्टू ने ट्वीट किया, ‘मुझे कुछ देर पहले बताया गया कि श्रीनगर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. शहर के भीतरी इलाके भीड़भाड़ वाले हैं. चुनौती की गंभीरता को देखते हुए लोगों से जिम्मेदार रवैये के लिए हमें पारदर्शी होना होगा.’
उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि श्रीनगर के सभी निवासी गुरुवार सुबह अपने घरों में रहें और बिना जरूरत के बाहर न निकलें.
भारत में 36 देशों से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर अस्थायी रोक
भारत ने कोरोनावायरस प्रकोप के मद्देनजर 36 देशों से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी है. वहीं 11 देशों के यात्रियों को अनिवार्य रूप से अलग रखा जाएगा. गृह मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि प्रतिबंधित देशों को छोड़कर ‘ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया'(ओसीआई) कार्डधारकों को भारत में प्रवेश के लिये भारतीय मिशनों से ताजा वीजा लेना होगा.
मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘कोई भी एयरलाइन ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, आइसलैंड, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिकटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, तुर्की, ब्रिटेन से किसी भी यात्री को भारत नहीं लाएगी. यह आदेश 12 मार्च से प्रभावी हो चुका है.’
इसके अलावा 17 मार्च से एयरलाइनों द्वारा फिलिपीन, मलेशिया और अफगानिस्तान से यात्रियों के लाने पर भी रोक लगा दी गई है.
कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज ने सफरदरजंग अस्पताल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या की
कोविड-19 के एक संदिग्ध मरीज ने बुधवार को सफदरजंग अस्पताल की सातवीं मंजिल से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि हवाईअड्डा अधिकारियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था जिसके तुरंत बाद उसने यह कदम उठाया.
पुलिस ने इस व्यक्ति की आयु 35 वर्ष बताई है जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने उसकी उम्र 23 वर्ष बताई.
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि हवाईअड्डे के अधिकारियों ने व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया था और उसे पृथक वार्ड में रखा गया था. जांच के लिए उसके नमूने पहले ही ले लिए गए थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह व्यक्ति पिछले एक साल से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में रह रहा था और बुधवार को दिल्ली हवाईअड्डा पहुंचा. हवाईअड्डे पर पहुंचने पर उसने सिरदर्द की शिकायत की.
मंत्रालय ने बताया कि उसे सफदरजंग अस्पताल भेजा गया जहां वह रात करीब नौ बजे पहुंचा. उसे जांच के लिए अस्पताल की सातवीं मंजिल पर ले जाया गया. जब डॉक्टर वहां पहुंचे तो वह वहां नहीं मिला.
मंत्रालय ने बयान में बताया कि इस बीच, इमारत से निकल रहे एक अन्य डॉक्टर ने रात सवा नौ बजे जमीन पर एक शव पड़ा देखा.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)