नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 53वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने ने कहा कि ‘मन की बात’ शुरू करते हुए आज मेरा मन भरा हुआ है. भारत-माता ने अपने वीर सपूतों को खो दिया. कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं युवा-पीढ़ी से अनुरोध करुंगा कि जो जज्बा शहीदों के परिवार ने दिखाया है, उसको जानें, समझने का प्रयास करें, देशभक्ति क्या होती है.’
मई में फिर से ‘मन की बात’ करने की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी ने मई में एक बार फिर से ‘मन की बात’ करने की उम्मीद जताई. मोदी ने कहा, ‘चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होता है. अगले दो महीने, हम सभी चुनाव की गहमा-गहमी में व्यस्त होगें. मैं स्वयं भी इस चुनाव में एक प्रत्याशी रहूंगा. स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान करते हुए अगली ‘मन की बात’ मई महीने के आखरी रविवार को होगी. यानी कि मार्च महीना, अप्रैल महीना और पूरा मई महीना ये तीन महीने की सारी हमारी जो भावनाएं हैं उन सबको मैं चुनाव के बाद एक नए विश्वास के साथ आपके आशीर्वाद की ताकत के साथ फिर एक बार ‘मन की बात’ के माध्यम से हमारी बातचीत के सिलसिले का आरम्भ करूंगा और सालों तक आपसे ‘मन की बात’ करता रहूंगा.
मोरारजी देसाई को किया याद
मोदी ने कहा, ‘हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई का जन्म 29 फरवरी को हुआ था. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि यह दिन 4 वर्ष में एक बार ही आता है. सहज, शांतिपूर्ण व्यक्तित्व के धनी, मोरारजी भाई देश के सबसे अनुशासित नेताओं में से थे. मोरारजी भाई देसाई ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए आपातकाल के खिलाफ आन्दोलन में खुद को झोंक दिया. इसके लिए उन्हें वृद्धावस्था में भी भारी कीमत चुकानी पड़ी. उस समय की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया. लेकिन 1977 में जब जनता पार्टी चुनाव जीती तो वे देश के प्रधानमंत्री बने. मोरारजी भाई देसाई के कार्यकाल के दौरान ही 44वां संविधान संशोधन लाया गया. यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि आपातकाल के दौरान जो 42वां संशोधन लाया गया था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को कम करने जैसे कई दूसरे ऐसे प्रावधान थे, उनको वापिस किया गया.’
बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले रहे स्टूडेंट्स को दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले रहे स्टूडेंट्स को भी शुभकामनाएं दी. मोदी ने कहा, ‘स्कूलों में परीक्षा का समय शुरू होने ही वाला है. देशभर में अलग-अलग शिक्षा बोर्ड अगले कुछ हफ़्तों में दसवीं और बारहवीं कक्षा के बोर्ड के इम्तिहान के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करेंगें. परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों को, उनके अभिभावकों को और सभी शिक्षकों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं.’
PM Narendra Modi: The never ending wait after nation's independence for a War Memorial is about to be over.India not having a #NationalWarMemorial used to surprise me and really pain me.This new memorial has been built near India Gate and Amar Jawan Jyoti. (file pic) #MannKiBaat pic.twitter.com/rHdLAtu1sg
— ANI (@ANI) February 24, 2019
वीर जवानों को किया याद
प्रधानमंत्री ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित लोगों का जिक्र किया कि इस बार पद्म पुरस्कार से सम्मानित लोगों में 12 किसान हैं. यह बदलते हिंदुस्तान की जीती जागती तस्वीर है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य भी होता था कि भारत में कोई नैशनल वॉर मेमोरियल नहीं था. एक ऐसा मेमोरियल, जहां देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की शौर्य-गाथाओं को संजो कर रखा जा सके. मैंने निश्चय किया कि देश में, एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिए.’