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Friday, 15 November, 2024
होमदेशपीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर की बात, बिना पाक का नाम लिए उठाया आतंक का मुद्दा

पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर की बात, बिना पाक का नाम लिए उठाया आतंक का मुद्दा

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण का निर्माण करने और सीमापार आतंकवाद पर लगाम लगाने के महत्व पर प्रकाश डाला.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की हाय-तौबा को खारिज करते हुए सीमापार से होने वाले आतंकवाद, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों को लेकर बात की. पीएम मोदी ने अपनी 30 मिनट की बातचीत में ट्रंप से द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों पर बात की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पीएम मोदी और ट्रंप के बात चीत के मुख्यबिंदु पर प्रकाश डाला.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत कर उनको कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे भारत-विरोधी उग्र बयानों से अवगत कराया. मोदी ने क्षेत्र के कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे भारत विरोधी उग्र और हिंसा भड़काने वाले बयान का जिक्र किया और कहा कि यह शांति के लिए अनुकूल नहीं है. जाहिर है कि यह पाकिस्तानी नेतृत्व के संदर्भ में है जो कश्मीर मसले को लेकर भारत के विरोध में जहर उगल रहे हैं.

कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर वहां विकास करने के भारत के प्रयासों का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा समर्थन किए जाने के कुछ ही दिनों बाद मोदी ने यह बातचीत की है. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मसलों पर बातचीत हुई.

अफगानिस्तान और आतंक पर हुई बातचीत

अपनी इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने पाक से संबंधों को लेकर ट्रंप से कहा कि उसका भारत के खिलाफ हिंसा का रवैया शांति में बाधक है. यही नहीं पीएम मोदी ने ट्रंप से बातचीत में जोर देकर आतंकवाद का मुद्दा उठाया और कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल बनाए जाने की जरूरत है और यह सीमा पार आतंकवाद पर लगाम लगाए बिना संभव नहीं है.

इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अफ़गानिस्तान को लेकर भी बातचीत हुई. पीएम मोदी ने अफ़गानिस्तान की स्वतंत्रता के 100 वें साल का जिक्र करते हुए कहा कि हम सुरक्षित, संगठित, लोकतांत्रिक और वास्तविक अर्थों में स्वतंत्र अफगानिस्तान के लिए काम करने को तत्पर हैं.

क्षेत्रीय हालात के संदर्भ में मोदी ने ट्रंप को बताया कि क्षेत्र के कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे भारत विरोधी उग्र और हिंसा भड़काऊ बयान शांति के लिए ठीक नहीं है.

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण का निर्माण करने और सीमापार आतंकवाद पर लगाम लगाने के महत्व पर प्रकाश डाला.

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा कि यदि कोई भी देश शांति के इस रास्ते पर चलता है तो भारत उसका साथ देने के लिए तैयार है. साथ ही इसी रास्ते के सहारे ही गरीबी, कुपोषण, अशिक्षा और बीमारियों से लड़ा जा सकता है.

ट्रंप से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिका और भारत के व्यापारिक रिश्तों को लेकर भी बात की.

इस दौरान दोनों देशों के बीच गर्मजोशी और सौहार्दता को याद करते हुए ओसाका में हुई बैठक पर भी चर्चा की. ओसाका में दोनों नेताओं के बीच इसी वर्ष जून के अंत में मुलाकात हुई थी. अपनी द्विपक्षीय वार्ता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के वाणिज्य मंत्री जल्दी ही मुलाकात करेंगे.

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