नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोलकाता में स्थित चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (सीएनसीआइ) के दूसरे परिसर का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया. वहीं, इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया अस्पताल परिसर में मौजूद रहें, और साथ ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उद्घाटन कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहीं.
इस परिसर का निर्माण 530 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. इसमें केंद्र सरकार ने करीब 400 करोड़ रुपये दिए हैं जबकि बची हुई राशि पश्चिम बंगाल सरकार ने खर्च की.
इस उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा ‘इस अस्पताल से उन गरीब और मध्यमवर्ग के परिवारों को फायदा मिलेगा, जिनका कोई अपना कैंसर से जूझ रहा होगा.’
150 करोड़ वैक्सीनेशन का ऐतिहासिक मुकाम
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज ही देश ने एक और महत्वपूर्ण पड़ाव को पार किया है. साल की शुरुआत देश ने 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन से की थी. आज साल के पहले महीने के पहले हफ्ते में भारत 150 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का ऐतिहासिक मुकाम भी हासिल कर रहा है. दुनिया के ज्यादातर बड़े-बड़े देशों के लिए भी यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है.’
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को टीके की एक खुराक लग चुकी है और सिर्फ पांच दिनों के भीतर ही डेढ़ करोड़ से ज्यादा बच्चों को भी टीकों की खुराक दी जा चुकी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से 17 लाख कैंसर रोगियों सहित 2.60 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए. साल 2014 तक देश में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट सीटों की संख्या 90,000 के आसपास थी. पिछले 7 सालों में इनमें 60,000 नई सीटें जोड़ी गई हैं. साल 2014 में हमारे यहां सिर्फ 6 एम्स होते थे. आज देश 22 एम्स के सशक्त नेटवर्क की तरफ बढ़ रहा है.
अपने संबोधन में नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक तक उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के राष्ट्रीय संकल्पों को मजबूत करते हुए आज हमने एक और कदम बढ़ाया है. चितरंजन नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट का ये दूसरा कैंपस पश्चिम बंगाल के अनेकों नागरिकों के लिए बड़ी सुविधा लेकर आया है.
प्रधानमंत्री ने कहा ‘सरकार द्वारा अब तक पश्चिम बंगाल को भी कोरोना वैक्सीन की करीब-करीब 11 करोड़ डोज मुफ्त मुहैया कराई जा चुकी है, बंगाल को डेढ़ हजार से अधिक वेंटिलेटर, 9 हजार से ज्यादा नए ऑक्सीजन सिलेंडर भी दिए गए हैं, 49 पीएसए नए ऑक्सीजन प्लांट्स ने भी काम करना शुरू कर दिया है.’
कैंसर के दवाओं की कीमतों में की गई कमी
उन्होने कहा, ‘बीते सालों में कैंसर के इलाज के लिए जरूरी दवाओं की कीमत में काफी कमी की गई है. पश्चिम बंगाल सहित देशभर में जो 8,000 से अधिक जन औषधि केंद्र स्थापित किये गए हैं, उनमें बहुत सस्ते दाम पर दवाइयां और सर्जिकल सामान दिए जा रहे हैं.’
‘पिछले वर्ष देश में जो 2 बड़े राष्ट्रीय अभियान शुरू किए गए हैं, वो भी भारत के हेल्थ सेक्टर को आधुनिक स्वरूप देने में बहुत मदद करेंगे. आयुष्मान भारत- डिजिटल हेल्थ मिशन इलाज में देशवासियों की सहूलियत बढ़ाएगा. मेडिकल हिस्ट्री के डिजिटल रिकॉर्ड से इलाज आसान और प्रभावी हो जाएगा.’
पूर्वोत्तर के रोगियों को मिलेगी मदद
पीएम ने कहा, ‘यहां न्यूक्लियर मेडिसिन, 3.0 टेस्ला एमआरआई, 128 स्लाइस सीटी स्कैनर की सुविधा है. वहीं रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी यूनिट, एंडोस्कोपी सूट, आधुनिक ब्रेकीथेरेपी यूनिट जैसी एडवांस फैसिलिटीज भी हैं. यह कैंपस एक एडवांस्ड कैंसर रिसर्च फैसिलिटी के रूप में भी काम करेगा. इससे खास तौर से देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भागों के कैंसर रोगियों के इलाज और देखभाल में काफी मदद मिलेगी.’
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