नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी के निधन पर तमाम हस्तियों ने शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा है कि भारत, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोकाकुल है. उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है.
भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शोक जताते हुए लिखा है, ‘लंबे समय से करीबी सहयोगी प्रणब मुखर्जी के निधन से मैं दुखी हूं. हममें से बहुत से लोगों ने उन्हें लगाव के साथ याद किया है. उनके साथ लंबा और यादगार संबंध रहा. यद्यपि मैं उनसे उम्र में बड़ा हूं लेकिन प्रणब दा मुझसे संसद सदस्य के तौर पर एक साल बड़े थे. मैं 1970 में संसद सदस्य बना और वह 1969 में. हमल अलग-अलग विचारधाराओं से संबंध रखते थे लेकिन उनसे पहले दिन की मुलाकात से ही हमारे बीच परस्पर सम्मान का बंधन बन गया.’
भारत सरकार ने पूर्व मुखर्जी के निधन पर पूरे भारत में 31 अगस्त से 6 सितंबर तक सात दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया है.
आरएसएस ने एक पत्र के जरिए अपना शोक जाहिर करते हुए कहा है कि भारत के राजनैतिक-सामाजिक जीवन में उपजी इस शून्यता को भरना आसान नहीं होगा. संघ के प्रति उनके प्रेम और सद्भाव के चलते हमारे लिए तो वे एक मार्गदर्शक थे. उनका जाना संघ के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहते हैं, "नेपाल ने एक महान दोस्त खो दिया है।" pic.twitter.com/2XOErb2yXo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2020
प्रणब के लिए विदेशी हस्तियों ने भी शोक जताया है. नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली कहा है, ‘नेपाल ने एक महान दोस्त खो दिया है.’
भारत, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोकाकुल है। उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/wr3jtkKccc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2020
भारत ने भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है. एक उत्कृष्ट विद्वान, एक राजनीतिज्ञ, वह पूरे राजनीतिक स्पेक्ट्रम और समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहे गए.
प्रधानमंत्री ने प्रणब दा को याद करते हुए उनके से मुलाकात के क्षणों वाली तस्वीरें शेयर की है
भारत के प्रथम नागरिक के रूप में, उन्होंने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए 'महामहिम' शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
My deepest condolences to the bereaved family and friends. pic.twitter.com/zyouvsmb3V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
बहुत दुख के साथ, राष्ट्र को हमारे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर मिली. मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश के साथ शामिल हूं. शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.
भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी को भावभीनी श्रद्धांजली!
भारत की राजनीति ने आज एक सच्चा रत्न खोया है. pic.twitter.com/GteEeQykf4
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 31, 2020
वहीं यूपी के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक जताते हुए उन्हें भारतीय राजनीति का सच्चा रत्न बताया है.
Deeply saddened to hear Pranab da Mukherjee passed away. Our former President, a Bharat Ratna and a thorough gentleman. We shared a very warm and cordial relationship. Heartfelt condolences to the family.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) August 31, 2020
प्रणब दा मुखर्जी का निधन की बात सुनकर गहरा दुख पहुंचा. हमारे पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न और एक पूरे सज्जन. हमने बहुत गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण संबंध साझा किए हैं. परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना.
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा है, ‘देश की जानी-मानी राजनीतिक हस्तियों में एक पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के इलाज के दौरान आज निधन की खबर अति-दुःखद. उनके शोकसंतप्त परिवार व समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना. सौम्य व सभ्य स्वभाव के श्री मुखर्जी के लम्बे राजनीतिक जीवन व देशसेवा समर्पन को हमेशा याद किया जाता रहेगा.’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, देश के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. उनकी मृत्यु देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. प्रणब दा, उम्दा व्यक्तित्व के धनी और अच्छे मित्र थे.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में उनका योगदान इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. वो अपने आप में एक इनसाइक्लोपीडिया थे. ऐसे शख्स राजनीति में बहुत कम दिखते हैं. कांग्रेस पार्टी के वो भीष्म पितामह थे. उनकी सहमति के बिना कांग्रेस पार्टी कोई फैसला नहीं ले सकती थी.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा है कि प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर बहुत दुख हुआ है. उनके काम को लोग हमेशा याद रखेंगे. देश ने एक बहुत अच्छा देशभक्त सपूत खो दिया है. हम प्रार्थना करेंगे कि उनकी आत्मा को शांति मिले. उनके बेटे और बेटी को साहस मिले.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘श्री प्रणब मुखर्जी जी सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे.’
म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के विकास में उनका (पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी) अतुलनीय योगदान रहा है. आजादी के बाद से ही लगातार केंद्र सरकार में विभिन्न पदों पर रहकर उन्होंने मां भारती और जनता की सेवा की है. मैं उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं.
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर मैं शोक व्यक्त करता हूं. संसदीय व प्रशासनिक क्षेत्र में उनका अनुभव बेजोड़ था. व्यक्तिगत संबंधों में उन्होंने राजनीतिक जुड़ाव को कभी बाधा नहीं बनने दिया. उनका निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है.
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहते हैं, "नेपाल ने एक महान दोस्त खो दिया है।" pic.twitter.com/2XOErb2yXo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2020
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनावत ने ट्वीट किया है, ‘यह एक तरह की भयानक खबर है, वह हमारी यादों में एक बेहतरीन नेता और महा सज्जन रहेंगे’.
नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा है कि भारत ने अपना एक बेहतरीन राजनेता खो दिया है. उनके साथ मेरी सभी यादों में सबसे प्यारी यह है कि मैंने अपना नोबेल पुरस्कार जब राष्ट्र को समर्पित किया और उन्हें सौंपा तो उन्होंने कहा ‘कैलाश जी, मेरे पास कोई शब्द नहीं है!’ रेस्ट इन पीस, प्रणब दा!
सांसद और नेता शरद यादव ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति #PranabMukherjee जी के निधन पर गहरा दुःख हुआ, उन्होंने दशकों तक देश की सेवा करते हुए समग्र विकास में बड़ा अविस्मरणीय योगदान दिया. उन्हें कंप्यूटर माइंड वाला आदमी कहा जाता था. शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना.
भारत के राजनैतिक-सामाजिक जीवन में उपजी इस शून्यता को भरना आसान नहीं होगा। संघ के प्रति उनके प्रेम और सद्भाव के चलते हमारे लिए तो वे एक मार्गदर्शक थे। उनका जाना संघ के लिए एक अपूरणीय क्षति है : पूर्व राष्ट्रपति #PranabMukherjee के निधन पर RSS pic.twitter.com/n16cuiuqo2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2020
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे. मुखर्जी की तबीयत सोमवार सुबह से ही खराब होनी शुरू हुई. उनके फेफड़े में संक्रमण था. आर्मी की रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल ने जानकारी दी है.