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Friday, 3 May, 2024
होमदेशOLX पर PM मोदी के संसदीय कार्यालय को बेचने का दिया ऐड, 7.5 करोड़ की बोली लगाने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार

OLX पर PM मोदी के संसदीय कार्यालय को बेचने का दिया ऐड, 7.5 करोड़ की बोली लगाने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार

पीएम के जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी शिवचरण पाठक ने इसकी सूचना पुलिस को देते हुए कार्यवाही की मांग की थी जिसके बाद इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया.

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लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी स्थित संसदीय कार्यालय को ओएलएक्स (OLX) वेबसाइट पर बेचने के लिए फर्जी विज्ञापन के आरोप में पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है. धोखाधड़ी व झूठ फैलाने के आरोप में वाराणसी के भेलूपुर थाने में उन पर एफआईआर दर्ज हुई है.

पीएम के जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी शिवचरण पाठक ने इसकी सूचना पुलिस को देते हुए कार्यवाही की मांग की थी जिसके बाद इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया.

वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक, भेलूपुर स्थित जवाहर नगर कॉलोनी में प्रधानमंत्री कार्यालय की फोटो खींचकर ओएलएक्स पर डाले जाने की सूचने गुरुवार को पुलिस को मिली थी. इस प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए थाना भेलूपुर में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई.

विशेष प्रबंध

वाराणसी पुलिस के मुताबिक, लक्षमीकांत ओझा, मनोज यादव, बाबू लाल पटेल व जितेंद्र वर्मा के साथ चार स्थानीय लोगों पर आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 व 500 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

भेलूपुर थाने के एसएचओ अमित कुमार मिश्रा के मुताबिक, लक्ष्मीकांत ओझा नामक यूजर ने गत 15 मार्च को पीएम के संसदीय दफ्तर की चार तस्वीरें डालकर बेचने के लिए विज्ञापन डाला था. 7.5 करोड़ रुपये की बोली भी लगा दी थी.

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उनके मुताबिक 6500 वर्ग फुट जगह में निर्मित भवन की बिक्री की बात वायरल होते ही हड़कंप मच गया. ये पुरानी पोस्ट थी लेकिन हाल ही में वायरल हुई. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत हमारे पास आई तो हमने पता किया. ये प्राइवेट प्राॅपर्टी पर बना है तो लैंड ओनर को फोन किया तो उन्होंने भी इसे बेचने से इंकार कर दिया. फिर चार आरोपियों की तलाश शुरू हुई जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया.

बता दें कि ओएलएक्‍स के पोर्टल पर साढ़े सात करोड़ रुपए में भेलूपुर के गुरुबाग स्थित जवाहर नगर कार्यालय की अलग-अलग एंगल से चार तस्‍वीरें विक्रेता द्वारा अपलोड की गयी थी. इस पोस्ट में कार्यालय का पता कृष्ण देव नगर बताया गया था. जबकि संसदीय कार्यालय वाराणसी के गुरुधाम कॉलोनी में है. विज्ञापन में संसदीय कार्यालय की तस्वीरें भी पोस्ट की गई थी.

एसएचओ अमित कुमार मिश्रा के मुताबिक, आरोपी किसी संगठन या पार्टी से जुड़े थे, इस कनेक्शन को भी तलाशा जा रहा है. फिलहाल पूछताछ जारी है.


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