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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशअयोध्या फैसले पर मोदी ने कहा- रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये वक्त भारतभक्ति की भावना का है

अयोध्या फैसले पर मोदी ने कहा- रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये वक्त भारतभक्ति की भावना का है

मोदा ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है. यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है.'

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नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने अपने फैसले में रामलला पक्ष को विवादित भूमि का मालिकाना हक सौंपा है. वहीं मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन कहीं और देने को कहा है. फैसला आने के बाद राजनीतिक हलकों से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि सभी लोग शांति और सद्भाव बनाए रखें.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है. देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें.’

मोदा ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है. यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है. हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया. न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया.’

ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा. हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है. भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है.

बता दें कि मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वो इस फैसले पर आगे किसी कदम के बारे में विचार करेगा.

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