नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भारत-आसियान सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान आसियान (ASEAN) से भारत के दोस्ती को गहरे तौर पर रेखांकित किया. पीएम ने कहा, इतिहास गवाह है कि भारत और आसियान के बीच हजारों साल से जीवंत संबंध रहे हैं. इनकी झलक हमारे साझा मूल्य, परम्पराएं, भाषाएं, ग्रन्थ, वास्तुकला, संस्कृति, खान-पान, दिखाते हैं.
आसियान (ASEAN) दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों का संगठन है. इसमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम. भारत इसमें अलग से जुड़त रहता है.
इतिहास गवाह है कि भारत और आसियान के बीच हजारों साल से जीवंत संबंध रहे हैं।
इनकी झलक हमारे साझा मूल्य, परम्पराएं, भाषाएं, ग्रन्थ, वास्तुकला, संस्कृति, खान-पान, दिखाते हैं।
आसियान की unity और centrality भारत के लिए सदैव एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता रही है।
– पीएम @narendramodi
— BJP (@BJP4India) October 28, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत आसियान-शिखर सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के बीच आपसी सहयोग भविष्य में हमारे संबंधों को मजबूत करता रहेगा.
कोविड 19 महामारी के कारण हम सभी को अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ा. लेकिन ये चुनौतीपूर्ण समय भारत-आशियान मित्रता की कसौटी भी रहा.
आसियान की एकता और केंद्रीयता भारत के लिए सदैव एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता रही है. 2022 में हमारी पार्टनरशिप के 30 साल पूरे होंगे. भारत भी अपनी आजादी के 75 साल पूरा करेगा.
भारत भी अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करेगा. मुझे बहुत हर्ष है कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव को हम ‘आसियान-भारत मित्रता वर्ष’ के रूप में मनाएंगे.