नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान चुनौतियों से टकराने व नए अवसर बनाने का नाम है.
उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के हिसाब से देश के इस सबसे बड़े राज्य के लोगों का दिल भी उतना ही बड़ा है.
मोदी यहां वैश्विक निवेश सम्मेलन ‘राइजिंग राजस्थान’ को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, “राजस्थान, राइजिंग तो है ही, रिलाएबल भी है. राजस्थान रिसेप्टिव (ग्रहणशील) भी है और समय के साथ खुद को रिफाइन करना भी जानता है. चुनौतियों से टकराने का नाम है राजस्थान, नए अवसरों को बनाने का नाम है राजस्थान.”
मोदी ने राजस्थान में एक वर्ष पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने की ओर इशारा करते हुए कहा, “राजस्थान के इस ‘आर-फैक्टर’ में अब एक और पहलू जुड़ चुका है. राजस्थान के लोगों ने यहां भारी बहुमत से भाजपा की ‘रेस्पोंसिव’ (जवाबदेह) और ‘रिफार्मिस्ट’ (सुधारवादी) सरकार बनाई है. बहुत ही कम समय में यहां भजन लाल जी और उनकी पूरी टीम ने शानदार काम करके दिखाया है.”
उन्होंने कहा, “कुछ ही दिन में राज्य सरकार अपना एक वर्ष पूरा करने जा रही है. भजन लाल जिस कुशलता और प्रतिबद्धता के साथ राजस्थान के तेज़ विकास में जुटे हैं, वो प्रशंसनीय है. गरीब कल्याण हो, किसान कल्याण हो, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण हो, सड़क, बिजली, पानी के काम हों, राजस्थान में हर प्रकार के विकास, उससे जुड़े हुए सारे काम तेजी से हो रहे हैं.”
मोदी ने कहा, “अपराध व भ्रष्टाचार को नियंत्रण करने में जो तत्परता यहां सरकार दिखा रही है, उससे नागरिकों और निवेशकों में नया उत्साह आया है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “राजस्थान के पास प्राकृतिक संसाधनों का भंडार है. राजस्थान के पास आधुनिक कनेक्टिविटी का नेटवर्क, एक समृद्ध विरासत, एक बहुत बड़ा क्षेत्रफल और बहुत ही समर्थ युवा शक्ति भी है. यानी रोड से लेकर रेलवे तक, आतिथ्य सतकार से लेकर हाथों की कलाकारी तक, खेत से लेकर किले तक राजस्थान के पास बहुत कुछ है.”
उन्होंने कहा कि राजस्थान का ये सामर्थ्य, राज्य को निवेशक के लिए बहुत ही ‘आकर्षक गंतव्य’ बनाता है.
मोदी ने कहा, “राजस्थान की एक और विशेषता है. राजस्थान में सीखने का गुण है, अपना सामर्थ्य बढ़ाने का गुण है और इसीलिए तो अब यहां रेतीले धोरों में भी पेड़, फलों से लद रहे हैं, जैतून और जेट्रोपा की खेती का काम बढ़ रहा है.”
उन्होंने कहा कि क्षेत्रफल के हिसाब से राजस्थान, भारत का सबसे बड़ा राज्य है और राजस्थान के लोगों का दिल भी उतना ही बड़ा है.
मोदी ने कहा कि यहां के लोगों का परिश्रम, उनकी ईमानदारी, कठिन से कठिन लक्ष्य को पाने की इच्छाशक्ति, राष्ट्र प्रथम को सर्वोपरि रखने की भावना, देश के लिए कुछ भी कर गुजरने की प्रेरणा, ये आपको राजस्थान की रज-रज में, कण-कण में दिखाई देती है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी के बाद की सरकारों की प्राथमिकता, ना देश का विकास था औऱ ना ही देश की विरासत. इसका बहुत बड़ा राजस्थान नुकसान उठा चुका हैॉ लेकिन आज हमारी सरकार विकास भी, विरासत भी इस मंत्र पर चल रही है. और इसका बहुत बड़ा लाभ राजस्थान को हो रहा है.”
वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि ‘राइजिंग राजस्थान’ निवेश सम्मेलन से प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनने में मदद मिलेगी.
शर्मा ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “राजस्थान के हर क्षेत्र में संभावनाएं हैं फिर चाहे कोई सा भी क्षेत्र हो. मैं ‘राइजिंग राजस्थान’ निवेश सम्मेलन के माध्यम से सभी का धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसकी बदौलत हम प्रदेश को अग्रणी राजस्थान बनाने में कामयाब होंगे.”
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का एक वर्ष पूरा होने वाला है. हमने राजस्थान की जनता से जो वादे किए थे निश्चित रूप से हमारी सरकार और हमारे मंत्रिमंडल साथियों के सहयोग से उन वादों को पूरा करने के लिए हमने काम किया, जो आप सभी देख रहे है.”
उन्होंने कहा ‘‘मैं प्रतिबद्धता के साथ कहता हूं, जिस संकल्प के साथ हमारी सरकार सत्ता में आयी है हम उस संकल्प को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा करेंगे.”
मुख्यमंत्री ने कहा, “सम्मेलन में बड़ी संख्या में निवेशक आए हैं और मैं कह सकता हूं कि आने वाले समय में राजस्थान में हर क्षेत्र में जिस तरह की संभावनाएं हैं, हम राजस्थान को अग्रणी राज्य बनाने में सफल होंगे.”
यह भी पढ़ें: ‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट’ : टाटा, वेदांता, महिंद्रा, बिड़ला ने दिए निवेश के प्रस्ताव