बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेंगलुरु में एशिया के सबसे बड़े एयरो शो – एयरो इंडिया 2023 के 14 वें संस्करण का उद्घाटन किया.
पांच दिवसीय कार्यक्रम स्वदेशी उपकरणों/प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी बनाने पर केंद्रित होगा. इसमें 75 से अधिक देशों और 700 प्रदर्शकों की भागीदारी भी देखी जाएगी.
Prime Minister Narendra Modi releases commemorative stamps at #AeroIndia2023 in Bengaluru, Karnataka. pic.twitter.com/zpRDKlucnh
— ANI (@ANI) February 13, 2023
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कार्यक्रम में कहा, “वैश्विक आकाश में भारत एक सितारे के रूप में उभरा है, जो न केवल चमक रहा है बल्कि दूसरों को भी अपनी चमक से रोशन कर रहा है.”
सिंह ने कहा, “एयरो इंडिया एयरोस्पेस में 2 महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं – ऊंचाई और गति. ये दो गुण प्रधानमंत्री के काम और व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं – भारत के लिए अखंडता और प्रतिबद्धता की ऊंचाई, निर्णय लेने की गति और परिणाम देने की गति.”
उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज देश नई ऊंचाइयों को छू भी रहा है, और उन्हें पार भी कर रहा है.
इससे पहले, कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के भाग के रूप में, वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने एक “गुरुकुल” गठन फ्लाईपास्ट का नेतृत्व किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, एयरो इंडिया 2023 का विषय “द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज़” है.
भारत आज एक पोटेंशियल डिफेंस पार्टनर
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई देश, नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है, तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के हिसाब से ढलने लगती हैं.
पीएम ने कहा, “बेंगलुरू का आसमान आज नए भारत के सामर्थ्य का साक्षी बन रहा है. यह इस बात की गवाही दे रहा है कि नई ऊंचाई, नए भारत की सच्चाई है.”
उन्होंने कहा, “एयरो इंडिया का यह आयोजन आज नए भारत की अप्रोच को रिफ्लेक्ट करता है. आज एयरो इंडिया केवल एक शो नहीं बल्कि इंडिया की स्ट्रेन्थ भी है.”
पीएम ने अपने संबोधन में कहा, “जो देश अपनी रक्षा के लिए एक भरोसेमंद साथी तलाश रहे हैं, भारत उनके लिए भी एक बेहतर पार्टनर बनकर उभरा है. हमारी टेक्नोलॉजी इन देशों के लिए कोस्ट इफेक्टिव भी है और क्रेडिबल भी है.”
मोदी ने कहा कि हमारे यहां “बेस्ट इनोवेशन” भी मिलेगा और “होनेस्ट इंटेंट” भी.
उन्होंने कहा, “अमृत काल का भारत एक फाइटर पायलट की तरह आगे बढ़ रहा है. एक ऐसा देश जिसे ऊंचाइयां छूने से डर नहीं लगता, जो सबसे ऊंची उड़ान भरने के लिए उत्साहित है.”
यह आयोजन वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में घरेलू एमएसएमई और स्टार्ट-अप को एकीकृत करने में भी मदद करेगा और सह-विकास और सह-उत्पादन के लिए साझेदारी सहित विदेशी निवेश आकर्षित करेगा.
एयरो इंडिया 2023 में 80 से अधिक देशों ने भाग लिया. लगभग 30 देशों के मंत्रियों और वैश्विक और भारतीय ओईएम के 65 सीईओ के एयरो इंडिया 2023 में भाग लेने की संभावना है.
एयरो इंडिया 2023 प्रदर्शनी में लगभग 100 विदेशी और 700 भारतीय कंपनियों सहित 800 से अधिक रक्षा कंपनियों की भागीदारी देखी गई.
मेले में आकर्षण का केंद्र “इंडिया पवेलियन” होगा, जिसकी थीम – “भविष्य के पंख” है. यह पवेलियन देश के रक्षा क्षेत्र में संभावित अवसरों और संभावनाओं को प्रदर्शित करेगा.
कार्यक्रम “सीईओ राउंड टेबल” भी इस आयोजन का एक बड़ा आकर्षण है. यह दुनिया के शीर्ष कारोबारी नेताओं के साथ मिलकर रक्षा उद्योग की ताकत और क्षमताओं का पता लगाने का अवसर प्रदान करेगा.
पांच दिवसीय कार्यक्रम एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में भारत की वृद्धि को प्रदर्शित करके एक मजबूत और आत्मनिर्भर ‘नए भारत’ के उदय को प्रसारित करेगा.
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