नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘रोजगार मेला’ के तहत विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में 51,000 से अधिक नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए और कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं के लिए अवसर पैदा कर रही है.
इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इन नवनियुक्त कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार रोजगार मेले का यह आयोजन एक ऐसे माहौल में हो रहा है, जब देश गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ है.
पीएम ने कहा, “फार्मा सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में इससे रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे. ऑटोमोबाइल उद्योग भी काफी तेजी से बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में ये दोनों उद्योग (फार्मा और ऑटोमोबाइल उद्योग) और भी विकसित होने वाले हैं.”
उन्होंने कहा कि हमारा चंद्रयान और उसका रोवर प्रज्ञान लगातार चंद्रमा से ऐतिहासिक तस्वीरें भेज रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में उनकी सरकार के प्रयासों से परिवर्तन का एक और नया दौर दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत ने रिकार्ड निर्यात किया जो कि इस बात का संकेत है कि दुनियाभर के बाजारों में भारतीय सामान की मांग लगातार बढ़ रही है.
सरकार ने कई बड़े बदलाव किए
उन्होंने कहा, ‘‘वोकल फोर लोकल के मंत्र पर चलते हुए भारत सरकार भी मेड इन इंडिया लैपटॉप, कम्प्यूटर जैसे उत्पाद खरीदने पर जोर दे रही है. इससे विनिर्माण भी बढ़ा है और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी बन रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में अर्धसैनिक बलों की भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने कई बड़े बदलाव किए हैं.
पीएम ने कहा, “पर्यटन क्षेत्र द्वारा 2030 तक भारतीय अर्थव्यवस्था में 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देने की संभावना है, जिससे युवाओं के लिए 13-14 करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे.”
पीएम ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री जनधन योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि इसने गांव और गरीब के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही रोजगार निर्माण में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई है.
यह रोजगार मेला देशभर में 45 स्थानों पर आयोजित किया गया. रोजगार मेला के जरिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भर्तियां की हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, यह रोजगार मेला प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन की प्रतिबद्धता को प्राथमिकता देने की दिशा में एक कदम है.
उसने कहा कि इससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलने और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी तथा उनको सशक्तिकरण का अवसर मिलने की संभावना है.
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